मंडी – अजय सूर्या
मेरी चिंता छोड़ मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू अपनी हिलती कुर्सी की चिंता करें जो कभी भी गिर सकती है। झूठी गारंटियों पर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे जी से पड़ी फटकार के बाद मुख्यमंत्री अब असहज हो गए हैं जिन्हें कभी भी कुर्सी छीन जाने का डर सता रहा है।
मंडी में प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो गांरटियां दी थी, उसे वो पूरा नहीं कर पाई और नतीजतन आज प्रदेश सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरे देश भर में तमाशा बनकर रह गया है।
अब तो इनके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी इनकी झूठी गारंटियों से असहज हो गए हैं। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो गांरटियां दी थी, उसे वो पूरा नहीं कर पाई है।
कुर्सी सीएम सुक्खू की हिलती दिखाई दे रही है’
जयराम ठाकुर ने कहा कि सीएम कह रहे हैं नेता प्रतिपक्ष अपनी गद्दी बचाने में लगे हुए हैं, जबकि प्रदेश सरकार में कुर्सी सीएम सुखविंद्र सिंह की ज्यादा हिलती हुई दिख रही है। भाजपा पर झूठ बोलने के आरोप लगाने वाले सीएम खुद रोजाना नया झूठ बोल रहे हैं।
जिस कारण आज उनके मंत्री व विधायक अपनी ही सरकार से नाराज चले हुए हैं और विरोध स्वरूप अलग-अलग बैठकें कर रहें है। पिछले कल आनन-फानन में बैठक कर सीएम को मंत्रियों को अपने घर बुलाना पड़ा, जिससे प्रतीत होता है कि कुर्सी सीएम सुक्खू की हिलती दिखाई दे रही है।
नोटिफिकेशन निकालने के बाद नित रोज़ फैसले बदलने वाली इस सरकार की अब देश भर में हो रही फजीहत के बाद मुख्यमंत्री ने भाजपा का जबाब देने के लिए मंत्रियों की खास तौर पर ड्यूटी लगा दी है ताकि किरकिरी से बचा जा सके लेकिन कोई मंत्री आगे आने का साहस ही नहीं कर पा रहा है कियूंकि उनको भी मुख्यमंत्री के ऐसे फ़ैसलों से अपनी हार का डर सता रहा है।
कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई के कारण लटका रोपवे का उद्धाटन’
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज मंत्रियों व उनके बीच उद्घाटन को लेकर भी लड़ाइयां चली हुई है। उन्होंने मंडी जिले के पंहोह में प्रदेश के पहले रोपवे का जिक्र करते हुए कहा कि 55 करोड़ की लागत से यह रोपवे नाबार्ड के सहयोग से बनकर तैयार हो गया है।
लेकिन कांग्रेस नेताओं की आपसी लड़ाई के कारण अब इस रोपवे का उद्घाटन लटका हुआ है, क्योंकि इस रोप वे का श्रेय कांग्रेसी नेता खुद लेना चाहते हैं, जबकि पूर्व भाजपा सरकार यह प्रोजेक्ट लेकर आई है।
मैं स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मिला था तो मैंने हिमाचल में कठिन भगौलिक परिस्थितियों को देखते हुए रोपवे को ज्यादा सुगम बताया था। ये देश का ऐसा पहला प्रोजेक्ट था जिसे नाबार्ड वित्त पोषित है लेकिन इसे हमारी सरकार ने तैयार करवाया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्ता हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा जनता को दी जाने वाली गारंटियों का दौर खत्म होना चाहिए। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों व निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नेताओं के लिए चुनाव आयोग को एक गाइडलाइन जारी करनी चाहिए। ऐसा उनका मानना है।
चुनाव आयोग की इसी गाइडलाइन के तहत ही सभी नेता चुनाव लड़ने के बाध्य भी होने चाहिए। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जो गांरटियां दी थी, उसे वो पूरा नहीं कर पाई है। जिस कारण आज प्रदेश सरकार का दो वर्ष का कार्यकाल पूरे देश भर में तमाशा बनकर रह गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो गारंटी देते हैं वो उसे पूरी तरह लागू भी करते हैं यही भाजपा और अन्य दलों में अंतर है। कांग्रेस को लग रहा था कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर में उनकी गारंटियाँ काम कर जाएंगी लेकिन जब हमने इनकी गारंटियों की हकीकत सामने रखी तो इनको जीत के जश्न का रथ भी वापस लौटना पड़ा।
हरियाणा चुनावों से स्पष्ट हो गया है कि जनता अब सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की गारंटी पर भरोसा करती है।
ये रहे उपस्थित
इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अजय राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष पायल वैद्य, भाजपा जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, नगर निगम मेयर विरेंद्र भट्ट उपस्थित रहे।