पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारों से गूंजा समस्त विश्वविद्यालय, सुरक्षा कर्मियों ने छात्राओं से करी धक्का मुक्की – हनी शर्मा
शिमला – नितिश पठानियां
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन होने के नाते अपने स्थापना काल से छात्र हित और समाज हित में कार्य कर रही है। छात्र हित में आवाज उठाने के संदर्भ में जब अभाविप का प्रतिनिधि मंडल 14 तारीक को प्रति कुलपति से मिलने जाता है, तो विश्वविद्यालय के सुरक्षा कर्मियों द्वारा कार्यकर्ताओं को रोका जाता है।
जब प्रतिनिधि मंडल प्रति कुलपति से मिलने की मांग को लेकर उग्र होता है, ऐसे समय पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा छात्रा कार्यकर्ता को लात मारी जाती है। जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता प्रति कुलपति से मिलते हैं, तब सुक्षा कर्मियों के अभद्र व्यवहार को लेकर सार्थक चर्चा करते हुए प्रति कुलपति के समक्ष सुरक्षा कर्मियों को चेतावनी देते है की यदि आने वाले समय में अभाविप के कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार जैसी घटना फिर से घटी तो परिषद उग्र आंदोलन करेगी।
इसके बावजूद 16 तारीक को जब परिसर में अभाविप के कार्यकर्ता कक्षा के लिए आता है तो एक कार्यकर्ता को डीएसपी और मुख्य सुरक्षा कर्मी ने कुछ बात करने का हवाला देते हुए कार्यकर्ता को अकेले अपने केबिन में बुला कर धमकी दी। जब कार्यकर्ता ने खुद को निर्दोष होने का दावा किया तो उसी कार्यकर्ता के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
इसी संदर्भ में जब विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता डीएसपी से इस विषय पर बात करने को जाते हैं तो एचपीयू डीएसपी से मिलने से इंकार कर दिया और अपने कार्यालय के बाहर ताला लगा कर खुद अंदर बैठ गए। ऐसे में परिषद के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन दिया और डीएसपी कार्यलय के बाहर बैठ कर मांग करी की सुरक्षा कर्मियों द्वारा माफी मांगी जाए।
लेकिन ऐसी स्थिति में पुलिस बल का प्रयोग डीएसपी द्वारा किया गया। इसमें पुरुष पुलिस कर्मियों ने छात्रा कार्यकर्ताओं के साथ फिर से धक्का मुक्की करी और छात्र नेताओं के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जिस पर परिषद के कार्यकर्ताओं ने पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट लिखवाई।
अंत में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यार्थी परिषद के कार्यकताओं से माफी मांगी लेकिन परिषद ने प्रशासन की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा की आगे से ऐसी घटना हुई तो सुरक्षा प्रशासन को उग्र आंदोलन करने से कोई गुरहेज नही करेगी।