टांडा अस्पताल की सबसे ऊपरी चौथी मंजिल में चिलचिलाती गर्मी में बिना एसी के मरीज हो रहे परेशान
काँगड़ा – राजीव जस्वाल
डा. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान चिकित्सा महाविद्यालय टांडा अस्पताल में चिलचिलाती गर्मी में एक बिस्तर पर दो-दो मरीज सांझा करने को मजबूर हो रहे हैं। टांडा अस्पताल के मेडिसिन विभाग में गर्मी से बेहाल एक बेड पर दो-दो मरीज परेशान हो रहे हैं।
टांडा अस्पताल में मेडिसिन विभाग अस्पताल के सबसे ऊपर चौथी मंजिल पर स्थित है, जिसकी वजह से अन्य वार्डों व विभागों की अपेक्षा यहां ज्यादा गर्मी रहती है। ऐसे में गर्मी में गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीज को दूसरे मरीज़ के साथ बैड सांझा करना पड़ जाए तो सोचिए दो-दो मरीज एक बिस्तर पर कैसे एडजस्ट करेगें।
साथ ही इन वार्डों में एसी एयर कंडीशनर कि भी सुविधा उपलब्ध नहीं है। एक बिस्तर को चलो दो मरीज मजबूरी में एडजस्ट कर भी लेंगें, परंतु दवाइयों तथा खाने के सामान को एक छोटी सी अलमारी में कैसे शेयर कर पाएंगे। साथ में दो-दो मरीजों के तीमारदार कैसे अपने-अपने मरीज को दवाइयां व खाना खिलाएंगे।
प्रदेश सरकार ने जारी एक सूचना में कहा था कि एक बिस्तर पर दो-दो मरीज नहीं होंगे और एक बिस्तर पर केवल एक मरीज दाखिल रहेगा, लेकिन धरातल पर तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही हैं। यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी कि सरकार की नोटिफिकेशन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
अगर मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही हैं तो अस्पताल प्रशासन को अधिक बिस्तरों कि व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि अन्य जिलों से आए मरीजों को ऐसी गर्मी में असुविधा व परेशानियां न झेलनी पड़े।