हिमखबर डेस्क
फूल गोभी की सब्जी व अचार का शौक रखने वाले सावधान हो जाएं। हिमाचल प्रदेश में पहली बार फूल गोभी के सैंपल के फेल होने की खबर है। आपने मिठाई, अनाज, जूस, दवाइयों आदि के सैंपल फेल होने के बारे में तो सुना होगा, लेकिन फूल गोभी के सैंपल फेल होने के बारे में शायद ही पहले सुना हो।
सैम्पल की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि हमीरपुर बाजार में बिक रही फूलगोभी में हानिकारक कीटनाशक दवाओं की मात्रा मानवीय सेवन के लिए उपयुक्त नहीं थी। फूल गोभी में साइपरमेथ्रिन कीटनाशक की मात्रा अधिक थी।
भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण के अनुसार साइपरमेथ्रिन की मात्रा महज 10 पार्ट पर मिलियन होनी चाहिए, लेकिन इसमें यह 15.86 पार्ट पर मिलियन पाई गई है, जो सवास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। विभाग राज्य के अन्य हिस्सों में भी फूलगोभी के सैंपल भरने की तैयारी कर रहा है।
सैम्पल फेल होने से हड़कंप मचा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि बाहरी राज्यों से आने वाली सब्जियां जहरीली है। अब ये आवश्यकता महसूस की जा रही है कि सब्जियों की सैम्पलिंग नियमित तौर पर की जानी चाहिए। क्योंकि प्रदेश के अधिकतर जिलों में सब्जियों की सप्लाई बाहरी राज्यों से होती है।
हमीरपुर शहर से लिए गए फूल गोभी के सैंपल सोलन स्थित कंडाघाट लैब में भेजे गए थे। विभाग की मानें तो अधिक कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव फूलगोभी के सैंपल फेल होने का कारण माना जा रहा है।
विभागीय अधिकारिओं के बोल
वहीं, खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त अनिल शर्मा व जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी मधुबाला ने कहा कि कुछ समय पहले हमीरपुर बाजार से फूलगोभी का सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के अनुसार सैंपल फेल हो गया है। उन्होंने कहा कि सब्जियां अच्छी तरह धोकर ही खाएं क्योंकि आजकल सब्जियों पर कीटनाशक दवाइयों का प्रयोग अधिक हो रहा है।