शिमला – नितिश पठानियां
राजधानी के ठियोग उपमंडल में एक सनसनी वारदात सामने आई है। सेब के बगीचे में काम करने वाले नेपाली मूल के एक श्रमिक को सहकर्मी ने मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गया। चौकाने वाली बात यह है कि हत्यारे ने युवक के शव को जलाने की भी कोशिश की। यह खौफनाक वारदात ठियोग के कुंती नामक स्थान पर सामने आई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता विकास शर्मा पेशे से ठेकेदार है। विकास शर्मा ने सेब के बगीचे में काम करने के लिए तीन नेपाली श्रमिकों को रखा था। इनमें प्रेम, हेमराज और राजन शामिल हैं। शिकायतकर्ता के मुताबिक प्रेम और हेमराज कुंती एक डेरे (अस्थायी आवास) में रह रहे थे।
मंगलवार को डेरे में प्रेम मृत मिला और उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। हालांकि हेमराज डेरे में मौजूद नहीं था। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि प्रेम का शव अधजली अवस्था में था। जांच में सामने आया कि हत्यारे ने मौत के घाट उतारने के बाद साक्ष्य मिटाने के मकसद से शव को जलाने की भी कोशिश की थी।
डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा के बोल
ठियोग के डीएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि यह हत्या का मामला है और इसे लेकर आईपीएस की धारा 302 और 201 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि नेपाली मूल के मृतक प्रेम के साथ काम करने वाला नेपाली श्रमिक हेमराज घटना के बाद से गायब है और उसकी हत्या में संलिप्त होने की आशंका है। फरार हेमराज की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
डीएसपी ने बताया कि युवक को किसी हथियार से मौत के घाट उतारा गया है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को जलाने की भी कोशिश की गई है।