पूर्व सीएम घूम आए पूरा संसदीय क्षेत्र, तो क्वीन के बयानों से चर्चाओं का माहौल गर्म… या भाजपा फिर सैनिक वोट साधने को बिग्रेडियर खुशहाल पर लगाएगी दांव।
मंडी – अजय सूर्या
लोकसभा चुनावों के लिए अब कुछ ही महींने शेष बचे हैं और ऐसे में अब चुनावी चेहरों को लेकर कयास व चर्चाएं तेज हो चुकी हैं।
मंडी के चुनावी रण में इस बार भाजपा की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मैदान में उतरेंगे या फिर मंडी जिला से संबंधित फिल्म अभिनेत्री कंगना रणौत अब अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत छोटी काशी मंडी की सीट से करने की तैयारी में हैं।
लोकसभा की चार सीटों में से मात्र मंडी सीट पर ही कांग्रेस काबिज है। अब प्रदेश में सत्ता बदल चुकी है और मंडी सीट से इस बार भी वर्तमान सांसद प्रतिभा सिंह या फिर पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह के चुनाव लडऩे की संभावनाएं प्रबल हैं। ऐसे में मंडी सीट से भाजपा भी इस बार बड़े चेहरे को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है।
यही वजह है राजनीतिक गलियारों में दो नाम अब खूब गंूज रहे हैं। दूसरी तरफ स्व. वीरभद्र की मौत के बाद साहनुभूति लहर के बीच उपचुनाव में सात हजार वोटों से हारे कारगिल हीरो बिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर का नाम इस बार भी मंडी सीट की दौड़ शामिल है। सैनिक परिवारों के वोटबैंक को देखते हुए भाजपा हाइकमान इनपर दोबारा दांव खेल सकती हैं।
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी शनिवार को कंगना को लेकर पूछे गए इसी सवाल पर जबाब देते हुए इन संभावनाओं को और मजबूत कर दिया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जो चुनाव लडऩे का इच्छुक होता है, वही इस तरह का बयान देता है। वैसे भी चुनाव लडऩे की इच्छा जताने का अधिकार सभी को है, लेकिन टिकट किसे देना है या किसे नहीं और किसे कहां से चुनावी मैदान में उतारना है, यह हाईकमान तय करता है। हालांकि टिकट के अन्य तलबगार इससे सहमत नहीं हैं।
उनका कहना है कि जिन कार्यकर्ताओं ने वर्षों पार्टी की सेवा की है और अभी तक चुनाव नहीं लड़ा है, उन्हें टिकट दिया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री नहीं लडऩा चाहते लोकसभा चुनाव
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हालांकि लोकसभा चुनाव लडऩा नहीं चाहते हैं, लेकिन पार्टी आदेश और संभावनाओं को देखें, तो वह पूरे संसदीय क्षेत्र का दौरा कर आए हैं।
दिल्ली प्रवास के बाद उनके चुनाव लडऩे की संभावनाएं और गहरी हो गई हैं। वहीं दूसरी तरफ हाल में ही कंगना ने चुनाव में उतरने को लेकर बयान दिया है।
वहीं, कंगना का सियासी पदार्पण प्रदेश की मंडी सीट के अलावा महाराष्ट्र से भी हो सकता है।
कंगना रणौत के इस बयान से गरमाई है सियासत
कंगना ने हाल में ही कहा है कि अगर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा रही, तो वह लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। इसके बाद हिमाचल की सियासत गरमा गई है। मंडी से संबंध रखने वाली कंगना की यहां जड़ें मजबूत हैं।
कुल्लू में कंगना ने अपना घर बना रखा है। कंगना हमेशा मोदी सरकार की तरीफ भी करती रहती हैं, तो कुछ दिन पहले ही उन्होंने हिमाचल गवर्नेस और आपदा राहत कोष को लेकर हिमाचल सरकार को भी लताड़ा था।
भाजपा सरकार के रहते चुनाव जीत गई थीं प्रतिभा
उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने मंडी सीट से जीत दर्ज की थी। हालांकि उस समय भाजपा की सरकार और जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री थे। उस समय भी कंगना के नाम की चर्चा हुई थी, लेकिन तब पार्टी ने सैनिक परिवारों के वोट बैंक को साधने के लिए मंडी से कारगिल हीरो ब्रिगेडियर खुशहाल सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया था। हालांकि दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम की लहर के आगे वह हार गए और प्रतिभा सिंह चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचीं।