मंडी – अजय सूर्या
सीमा पार से नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी करने नार्को टेरर मामले का आरोपी 5 महीने तक मंडी जिला में छिपा रहा और किसी को इसकी भनक नहीं लग सकी। आरोपी ने अपनी पहचान बिल्कुल छिपा कर रखी हुई थी और स्थानीय पुलिस के पास अपना पंजीकरण भी नहीं करवाया था, लेकिन मोबाइल फोन ऑन किया तो इसकी भनक जम्मू पुलिस की विशेष टीम एसआईए को लग गई।
इसके बाद जम्मू पुलिस की विशेष टीम ने लोकेशन के आधार पर मंडी पुलिस के साथ मिलकर छापेमारी की और आरोपी को पकड़ लिया। जम्मू पुलिस की विशेष टीम आरोपी को पकडक़र अपने साथ ले गई है आरोपी की पहचान मोहम्मद इकबाल निवासी पुंछ के रूप में हुई है।
आरोपी की मंडी से गिरफ्तारी के बाद खुफिया एजेंसियों की सतर्कता को लेकर भी सवालिया निशान लग गए हैं। आरोपी पिछले 5 महीने से पंडोह क्षेत्र के साथ लगते शिवाबदार क्षेत्र के मासड़ गांव में रह रहा था। आरोपी मोबाइल फोन भी अकसर स्विच आफ रखता था।
पांच माह बाद मोबाइल फोन आन करते ही लोकेशन के आधार पर वह जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रदेश जांच एजेंसी (एसआईए) के हाथ चढ़ गया। बता दें नार्को टेरर माड्यूल इसी साल मई में सामने आया था। सेना ने कुछ लोगों को हथियारों व नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ पकड़ा था, जबकि दो आरोपी फरार हो गए थे।
सेना के बाद इस मामले की जांच जम्मू कश्मीर की स्थानीय एजेंसी ने शुरू की थी। इन्हीं फरार लोगों में से मोहम्मद इकबाल भाग कर हिमाचल प्रदेश आ गया था। सबसे पहले उसने थलौट में एक ठेकेदार के पास तीन माह तक मजदूरी का काम किया।
सितंबर में वह शिबावदार के मासड़ गांव के नजीर हुसैन के संपर्क में आया और उसके पास नजीर हुसैन घोड़े खच्चरों से रेत बजरी ढोने का काम करने लगा। उसके साथ दो और लोग भी दे, जो कुछ दिन पहले घर लौट गए हैं।
इसके बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने मंडी पुलिस अधीक्षक से संपर्क साधा और इस मामले में सहायता मांगी, जिसके बाद पंडोह पुलिस की मदद से मासड़ गांव से मोहम्मद इकबाल को शुक्रवार देर शाम पकड़ लिया गया।
सौम्या सांबशिवन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंडी के बोल
मोहम्मद इकबाल को पकड़ा गया है। वह जिन जिन लोगों के पास रहा था और ठेकेदार सहित अन्य लोगों ने क्यों उसका पंजीकरण नहीं करवाया। इस बारे में जांच की जा रही है