हिमखबर डेस्क
हैलो, मैं सीबीआई क्राइम ब्रांच से इंस्पेक्टर अमित शर्मा बोल रहा हूं। आपके बेटे को रेप केस मामले में अरेस्ट कर लिया गया है। अगर उसे बचाना चाहते हो तो पूरे स्टाफ और एसएसपी का मुंह बंद करना पड़ेगा, जिसके लिए तुरंत 80000 रुपए खाते में ट्रांसफर कर दो।
ऐसी एक व्हाट्सएप कॉल बड़सर के एक व्यक्ति को आई और उसने समझदारी दिखाते हुए पास ही खड़े मीडिया कर्मी को फोन दे दिया। इसके बाद बाकायदा कॉल की रिकॉर्डिंग की गई और ठगों की चाल को समझने की कोशिश की गई।कॉल आते ही लोग एकदम से लालच में आ जाते हैं या पैनिक हो जाते हैं तथा हड़बड़ाहट में अपनी रकम ठगों के खाते में ट्रांसफर भी कर देते हैं।
अगर इस मामले की बात की जाए तो पुलिस की डीपी लगाए एक व्यक्ति कहता है कि आपके बेटे को पुलिस ने रेप केस में अरेस्ट कर लिया है। बातों ही बातों में वह पूरे परिवार की जानकारी हासिल कर लेता है तथा कहता है कि एक 14 वर्षीय लडक़ी से रेप हुआ है, जिसमें उसका निर्दोष बेटा भी फंस रहा है। वह उसे बचाने के लिए पैसों की डिमांड करता है।
बार-बार कॉल डिस्कनेक्ट न करने को कहता है और बोलता है कि अगर कॉल डिस्कनेक्ट की तो आपकी बेटे की सांस भी डिस्कनेक्ट हो जाएगी, लेकिन इस दौरान गौर करने वाली बात यह है की बातों ही बातों में वह सारी जानकारी विक्टिम से ही ले लेता है और लडक़े की रोते हुए आवाज भी सुनाता है, जिससे विक्टिम की घबराहट और बढ़ सके।
शातिर व्यक्ति कहता है कि हमारे एसपी साहब बहुत नीच किस्म के आदमी हैं और वह ऐसे रेपिस्टों को जंगल में लाकर एनकाउंटर कर देते हैं। मामला जल्दी ही मीडिया के पास पहुंच सकता है, जिससे आपके बेटे का भविष्य तथा आपके परिवार की साख खत्म हो सकती है अभी मामला मेरे हाथ में है आप तुरंत पैसे ट्रांसफर कर दीजिए, लेकिन जब उसे पता चलता है कि वह खुद मीडिया कर्मी से ही बात कर रहा है, तो उसने फोन काट दिया।