
हिमखबर – चुराह टीम
‘क्यों हंस रहा है ओए तू, मैंने कहा जिसको पूछा जाए उसी ने जवाब देना है। बेवजह हंसना नहीं है, यहां क्या कोई मदारी का खेल चल रहा है।
‘इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो में ऐसा हिमाचल विधानसभा के उपाध्यक्ष डा. हंसराज को कहते हुए सुना जा सकता है। वीडियो में ऐसा कहने के साथ ही थप्पड़ की आवाज भी आती है।
इसके बाद डा. हंसराज बच्चों को वैक्सीन की डोज लगाने के महत्व के बारे में समझाते हुए नजर आते हैं।
विधानसभा उपाध्यक्ष डा. हंसराज राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रैला पहुंचे थे, जहां पर उनके द्वारा बच्चों के साथ संवाद किया जा रहा था।
वहीं, स्कूल में मोबाइल लाने के बारे में भी बच्चों को डांटते हुए दिखते हैं। जैसे ही यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर आया तो एकदम से वायरल हो गया।
शुक्रवार को यह वीडियो लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। कई लोग विधानसभा उपाध्यक्ष के इस व्यवहार को गलत ठहराते हुए नजर आए तो कई का कहना था कि बच्चों को प्यार से भी समझाया जा सकता था।
वहीं, इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी पार्टी के नेताओं का कहना है कि अपनी बात मनवाने के लिए या किसी को समझाने के लिए थप्पड़ मारना जरूरी नहीं होता है।उसे समझाने के और भी तरीके हैं।
बहरहाल, वायरल वीडियो के बाद चुराह सहित जिला चंबा की राजनीति भी गरमा गई है।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने कहा आरोप निराधार
विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि उन पर लगाए गए आरोप निराधार हैं। मैं रैला स्कूल में बच्चों को कोरोना से बचने के लिए वैक्सीनेशन डोज के बारे में समझा रहा था।
इस दौरान एक बच्चा हंस रहा था तो मैंने अपना बच्चा समझकर उसे हल्का सा डांटा था। ऐसे भी तो हम अपने बच्चों को डांटते हैं। मेरा बच्चे को डांटने का कोई गलत इरादा नहीं था।
उन्होंने कहा कि चुराह की बात की जाए तो शिक्षा में बेहतर करने के प्रयास हैं, लेकिन कुछ लोग वोट बैंक की राजनीति करने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं।
बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार भी डालने चाहिएं। बच्चों में ऐसी शिक्षा के लिए वह विधानसभा सत्र के दौरान एक प्रस्ताव रखेंगे, ताकि बच्चे अपने संस्कारों के बारे में जान सकें।
