शिमला-जसपाल ठाकुर
शिक्षण संस्थानों में कोरोना के मामले आने के बाद शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है। निदेशक ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि स्कूल में शारीरिक दूरी के नियम की सख्ती से पालना किया जाए। सुबह स्कूल गेट पर शिक्षकों, गैर शिक्षकों और विद्यार्थियों की थर्मल स्कैनिंग में कोई कोताही न बरती जाए। यदि किसी में बुखार-जुकाम के लक्षण दिखते हैं तो उसे घर पर आराम करने की सलाह दें। शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के स्कूलों में 93.95 फीसद शिक्षकों को कोरोना की पहली डोज लगाई जा चुकी है। 16.98 को दूसरी डोज भी लग चुकी है।
कुल 46812 शिक्षकों में से 45105 ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली है जबकि 6683 ने दूसरी डोज ली है। गैर शिक्षकों में 14879 ने पहली डोज, जबकि 2690 को दूसरी डोज लग चुकी है। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में स्कूलों को लेकर दोबारा समीक्षा की जाएगी।
विभाग के रिकार्ड के अनुसार अभी तक 128 शिक्षक और गैर शिक्षक स्टाफ कोविड पाजिटिव हो चुका है। छह शिक्षकों की मौत कोरोना से हुई है। छठी से लेकर जमा दो तक कुल 479575 विद्यार्थियों में से 211 पाजिटिव हुए हैं। प्रदेश के शिक्षण संस्थानों को दो अगस्त से खोला गया है और स्कूल खुलने के एक सप्ताह बाद ही कुल 52 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। ऐसे में मंत्रिमंडल की बैठक में स्कूलों को बंद करने का फैसला हो सकता है।