उम्मीदवारों ने आरक्षण से पहले शुरू किया प्रचार, 2011 की जनगणना के अनुसार आरक्षण लागू, 50% सीटें महिलाओं के लिए रहेंगी आरक्षित
हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को लेकर अभी आरक्षण रोस्टर जारी होना है। आरक्षण रोस्टर के जारी होने से पूर्व ही जमा घटाव कर चुनावी समर में उतरने वाले प्रत्याशियों ने सीटों के आरक्षण को निकाल लिया है। इसी का परिणाम है कि प्रत्याशियों ने जनसंपर्क अभियान को तेज कर दिया है।
ये जन संपर्क अभियान तभी तेज किया गया है जब उन्हें इस बात का पता चल गया है कि उनके क्षेत्र में किसी श्रेणी के लिए कौन सी सीटें आरक्षित और कौन सी अनारक्षित रहेंगी। इस सबका जिम्मा संभालने वाले कुछ अधिकारियों ने जोड़ घटाव लगाकर प्रत्याशियों को इसकी जानकारी दे दी है। इसके बाद उन्होंने जनसंपर्क अभियान को तेज कर दिया है।
50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी
प्रदेश की पंचायतों में आगामी तीन माह के दौरान चुनावी सरगर्मियां तेज रहने वाली हैं। पंचायतों में आरक्षण रोस्टर 2011 की जनगणना के आधार पर नए सिरे से लागू होना है। जिसमें 50 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगी।
मतदाता सूचियां अपडेट करने का चल रहा दौर
पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों को अपडेट करने का काम चलाया हुआ है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 13 नवंबर से पूर्व किया जाना है। जिस दौरान नाम दर्ज होने को लेक आपत्तियों का निपटारा किया जाएगा।
जो पहले आरक्षित थी अब सामान्य के लिए
पिछले चुनाव में जो सीटें आरक्षित थी वह सामान्य के लिए रहेंगी और महिला के लिए आरक्षित सीटें बदलेंगी। उस आधार पर सामान्य श्रेणी के लिए यह सीटें ओपन रह सकती हैं।
प्रदेश में 3577 पंचायतों, 91 बीडीसी सदस्यों और 249 जिला परिषद सदस्यों का चुनाव
हिमाचल प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के होने वाले चुनाव में 3577 पंचायतों के प्रधान, उप प्रधान और वार्ड पंच के लिए चुनाव होना है। इसके अलावा 91 ब्लाक समिति के 1600 के करीब सदस्यों और 12 जिला परिषद के 249 सदस्यों का चुनाव होना है। इसके लिए सरगर्मियां तेज हो गई हैं।