हिमखबर डेस्क
देश में बेटियां ही नहीं, बल्कि अब बेटे भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। ऐसा एक शर्मसार कर देने वाला मोहाली के खरड़ में पेश आया है, जहां शिमला से यूनिवर्सिटी में पढ़ने आए एक छात्र को हैवानियत का शिकार होना पड़ा है। पीड़ित छात्र ने इस बाबत पुलिस ने शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
पीड़ित ने आरोप लगाए हैं कि खरड़ के सैक्टर-88 के कार डीलर ने गन प्वाइंट पर उसे अगवा किया और उसके बाद उसके साथ जबरन यौन संबंध बनाए। इस मामले में सिटी खरड़ पुलिस ने कार डीलर सरपंच व उसके 2 दोस्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
फ्लैट में घुस आए दोनों आरोपी
पीड़ित ने बताया कि लोहड़ी से 2 दिन पहले दोनों आरोपी उसके फ्लैट में घुस आए और उसको कार में सैक्टर-88 कार में ले गए। उसे किडनैप करने का फुटेज उसकी सोसायटी में लगे सीसीटीवी में है। फिर वर्कशॉप में एक कमरे में उसे बंद कर दिया और आरोपी ने उसके मोबाइल से 30 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए।
कमरे में उसका यौन उत्पीड़न कर एक वीडियो बनाया। फिर उसके गुप्तांग पर करंट लगाया। यहीं नहीं, आरोपी ने उसे और भी कई यातनाएं दी। इसके बाद उन्होंने 4 लाख रुपए मांगे और कहा कि पैसे मिल जाने के बाद वे उसे छोड़ देंगे।
उसने रकम देने से मना किया तो सरपंच ने उसे दोस्तों के साथ उसके फ्लैट पर भेजा और उसकी एक्सयूवी – 500 कार के बाहर जबरन खड़ा करके उसका वीडियो बनाकर उससे कहलवाया कि वह उन्हें यह कार साढ़े 3 लाख रुपए में बेच रहा है।
उससे चैक पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए। उसे रिवॉल्वर दिखाकर धमकाया कि अगर इस घटना के बारे में किसी को बताया तो उसकी हत्या कर देंगे।
पीड़ित छात्र का आरोप है कि सरपंच और उसके दोस्त उसे उनके कार्यालय में काम करने के लिए मजबूर कर रहे थे और उनके 0009 वीआईपी नंबर को बुक करने के लिए उसे धमकाया जा रहा था, जो उसके हाथ में नहीं था।
छात्र के अनुसार उसे इतना प्रताड़ित किया गया कि उसने खुदकुशी करने की ठानी और खुद को अपमानित महसूस करते हुए एक वीडियो अपलोड किया। फिर ये वीडियो अपने दोस्तों और रिशतेदारों को भेजा। कुछ लोगों ने उसे आत्महत्या करने से रोक लिया, लेकिन इस दौरान वह बेहोश हो गया।
21 जनवरी को जब उसे होश आया तो वह शिमला पुलिस की हिरासत में था। उसका शिमला के अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए और जीरो एफआईआर काटकर खरड़ थाने को कार्रवाई के लिए सौंप दी।