हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश में आई भीषण आपदा ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। इस आपदा में अपना पूरा परिवार खो चुकी नन्ही नितिका से मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिले। प्रधानमंत्री ने बच्ची को गोद में उठाया, उसे प्यार दिया और उसके परिजनों को भरोसा दिलाया कि नितिका को हरसंभव मदद दी जाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी 9 सितंबर को पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर थे। उन्होंने हेलीकॉप्टर से कुल्लू, मंडी और चंबा जिलों में भारी नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया और इसके बाद धर्मशाला में अधिकारियों के साथ आपदा की समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी मौजूद रहे।
मंडी जिले में 30 जून को बादल फटने से आई बाढ़ ने नितिका से उसके माता-पिता और दादी को छीन लिया था। परिवार के सभी सदस्य बाढ़ की चपेट में आ गए, और नितिका अनाथ हो गई। प्रदेशभर में नितिका की मासूमियत और दर्द की कहानी ने हर किसी को भावुक कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने नितिका को पहले टॉफी दी और फिर गोद में उठाकर दुलार किया। उनके साथ आए परिजनों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बच्ची के भविष्य और भले के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने न केवल निकिता को स्नेह दिया, बल्कि कहा कि मैं हूं न, उन्होंने पालन-पोषण कर रहे करीबी परिजनों का हालचाल भी पूछा और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
यह मुलाकात दिखाती है कि प्रधानमंत्री केवल एक राजनेता नहीं हैं, बल्कि वे देश के हर नागरिक के साथ एक भावनात्मक बंधन सांझा करते हैं। त्रासदी के समय में जब लोग मुश्किलों से घिरे होते हैं, ऐसे पल न सिर्फ दिलासा देते हैं बल्कि यह भी बताते हैं कि सरकार और उसके नेता जनता के साथ खड़े हैं।
अब नितिका का पूरा परिवार तो नहीं बचा, लेकिन पूरा प्रदेश और देश उसका सहारा बन गया है। प्रशासन ने नितिका के नाम से बैंक खाता खोला है, जिसमें लोग अपनी श्रद्धा के अनुसार आर्थिक सहयोग कर रहे हैं। कुछ दानवीरों ने उसकी पढ़ाई का खर्च उठाने का जिम्मा भी लिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह प्यार और वादा नितिका के भविष्य को मजबूत बनाने की एक महत्वपूर्ण कोशिश है। हिमाचल प्रदेश के बाद वे शाम को पंजाब के गुरदासपुर जाएंगे और वहां बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे।