रिवालसर/मंडी – अजय सूर्या
रिवालसर के सरकीधार के हवलदार इन्द्रेश कुमार का उनके पैतृक गांव के श्मशान घाट कुन्त भयो में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। इन्द्रेश कुमार के पार्थिव देह को उनके भाइयों अमन व मुकेश ने मुख अग्नि दी। प्रशासन की ओर से एस डी एम बल्ह स्मृतिका नेगी ने श्रद्धाजलि अर्पित की।
शुक्रवार सुबह हवलदार इन्द्रेश कुमार का सड़क मार्ग से पार्थिव शरीर उनके घर जैसे ही पहुंचा पूरा गांव अपने लाडले की एक झलक पाने के लिए हुकुम उमड़ पड़ा। घर मे चारो ओर चीखो पुकार से पूरे गांव में मातम छा गया। इन्द्रेश कुमार की माँ व उसकी पत्नी अनिता का तो रो रो कर आंसू रुकने का नाम नही ले रहे थे। पिता कालिदास को इकलौते पुत्र के बुढ़ापे अकस्मात साथ छोड़ने के गम से उनके मुंह से एक शव्द नही निकल रहा था।
पथराई आंखे बर्बस अपने लाडले को घर के एक कोने से हमेशा के लिए पुत्र के विछुड़ने का गम दिल मे सँजोये हुई थी। इन्द्रेश की दो बेटियां अपने पिता के चले जाने से गमसुधा थी। इन्द्रेश कुमार 11 दिसम्बर को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिला के मन्जकोट सेक्टर पर एल ओ सी पर तैनात थे। वहां पर गोली लगने से उनकी मौके पर मौत हो गई थी। इन्द्रेश कुमार 6 jak RIF में तैनात था।
इन्द्रेश कुमार को बल्ह के विधायक इंद्र गान्धी, डी एस पी भारत भूषण सेना के कमांडिंग ऑफिसर गौरव सिंह, उनकी यूनिट के लेफ्टिनेंट शिवाप्रसाद ,सूबेदार प्रेम चन्द के अलावा उनकी यूनिट के जवानों ,एक्स सर्विस मैन लीग के घनश्याम के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगो ने अश्रुपूर्ण श्रधांजलि अर्पित की ।इससे पूर्व सेना की टुकड़ी ने पूरे सैन्य सम्मान के साथ सलामी दी।