सावन के दूसरे सोमवार को सुबह से ही मेघ जमकर बरस रहे हैं। बारिश के कारण आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोग सहमे हुए हैं। राजोल और पास्सू व चैतड़ू में लोग खड्ड किनारे बने घरों से दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं।
व्यूरो, रिपोर्ट
सावन के दूसरे सोमवार को सुबह से ही मेघ जमकर बरस रहे हैं। बारिश के कारण आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लोग सहमे हुए हैं।
राजोल और पास्सू व चैतड़ू में लोग खड्ड किनारे बने घरों से दूसरी जगह शिफ्ट हो गए हैं। जिस तरह से आज बारिश शुरू हुई है, उसी तरह से 12 जुलाई की सुबह भी ऐसे ही बारिश शुरू हुई थी और दस बजे तक बारिश ने तबाही मचा दी थी।
मांझी खड्ड ने अपना रौद्र रूप दिखाया तो शीला, पास्सू सहित अन्य कई इलाकों में भूमि कटाव हुआ और आस पास के घरों को नुकसान हुआ तो कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा।
इसी तरह से गज खड्ड के रौद्र रूप के कारण राजोल में तबाही मचा दी। यही नहीं शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के रुलेहड़ा में दस लोगों की जान गई, कई मकान मलबे दफन हो गए।
12 जुलाई के बाद सावन के पहले सोमवार को भी अत्यधिक बारिश के कारण नदी व नाले अपना रौद्र रूप दिखा चुके हैं। फतेहपुर में पांच मकान क्षतिग्रस्त हो गए थे तो पंचरुखी में नाले में गाडी बह गई थी। यही कारण है कि अब लोग बारिश शुरू होते ही सहम जा रहे हैं।
यहां पास्सू व चैतडू में भी लोग दूर से खड्ड को निहार रहे हैं कि कब रौद्र रूप लेती है। इसी तरह से राजोल में दोनों तरफ खड्ड व बीच मार्ग में दुकान चलाने वाले दुकानदारों ने अभी तक अपनी दुकानें नहीं खोली हैं, बस गज खड्ड का प्रवाह देख रहे हैं। पहली व दूसरी बारिश ने ही लोगों को इतना डरा दिया है कि अब लोग सतर्क रह रहे हैं।
इसके अलावा बारिश से अन्य जगहों पर हो रहे भूस्खलन व अत्यधिक बारिश ने आम लोगों को डरा दिया है। भागसू नाग नाले का पानी डायवर्ट होने से भी नुकसान हुआ था।
इसका वीडियो वायरल होने के बाद यहां पर्यटन कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया। आज सावन मास का दूसरा सोमवार है और आज भी सुबह से ही मेघ बरसने शुरू हो गए हैं।