साइबर ठगों का नया तरीका, आपका बेटा क्रिमनल केस में फंस गया है, पैसा भेज दो, मामला रफा दफा हो जाएगा

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शिमला – नितिश पठानियां

अपका बेटा क्रिमनल केस में फंस गया है…..पैसा भेज दो मामला रफा दफा हो जाएगा। साइबर ठगों ने ठगी का अब नया तरीका निकाला लिया है। साइबर ठग अब डिजिटल अरेस्ट के झांसे में लोगों को फंसाकर ठग रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में भी साइबर ठग लोगों को डिजिटल अरेस्ट के झांसे में फंसाने लगे हैं।

डिजिटल अरेस्ट से जुड़ी शिकायत साइबर सेल शिमला में मिल रही है। डिजिटल अरेस्ट को लेकर साइबर सेल शिमला ने एडवाइजरी जारी की है। डिजिटल अरेस्ट दरअसल एक टर्म है जिसमें साइबर फ्रॉड करने वाला व्यक्ति किसी व्यक्ति को अरेस्ट करने का डर दिखा कर उसी के घर में कैद कर देता है।

इसमें साइबर फ्रॉड आपको वीडियो कॉल करते हैं और अपने आसपास का बैकग्राउंड बिल्कुल किसी पुलिस स्टेशन की तरह बना लेते हैं। या फिर किसी सरकारी जांच एजेंसी के दफ्तर की तरह जिसे देखकर सामने वाला व्यक्ति डर जाता है और इन फ्रॉड की बातों में आ जाता है।

इसके बाद यह साइबर फ्रॉड आपके साथ स्कैम करना शुरू कर देते हैं. इसमें जो सबसे अहम बात होती है वह यह की फ्रॉड सामने वाले व्यक्ति को पूरे वीडियो कॉल के दौरान कहीं जाने नहीं देता और न ही किसी को कॉल या मैसेज करने देता है।

फिर उसे यह कहकर गुमराह किया जाता है कि उसका आधार कार्ड या बैंक अकाउंट या फिर सिम कार्ड गैरकानूनी तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। या कहता है कि आपका कोई अपना किसी जुर्म में फंस गया है और जमानत के लिए वह आपसे पैसे ऐंठने लगता है।

इन तरीकों से बच सकते हैं कभी भी कोई आपको वीडियो कॉल करके इस तरह की जानकारी देता है। आपका फोन नंबर, आधार कार्ड या किसी चीज से गैरकानूनी इस्तेमाल हो रहा है तो उस पर यकीन न करे। या फिर वह आपको कहे कि आपका कोई जान पहचान का आपका बेटा, बेटी, पति, पत्नी या कोई रिश्तेदार किसी केस में फंस गया है तो उस पर भी यकीन न करें।

साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर करें शिकायत : डीआईजी

उधर, डीआईजी माहित चावला का कहना है कि जब तक के घर के सदस्य या फिर जिसका साइबर ठग नाम ले रहे हैं, उनके नंबर से आपको खुद कॉल करके यह सब न बताया जाए, तब तक किसी बात का भरोसा न करें। उन्होंने कहा कि आपको लगे कोई आपके साथ फ्रॉड करने की कोशिश कर रहा है तो आप 1930 नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके अलावा अपने नजदीकी साइबर पुलिस थाने में भी साइबर क्राइम से जुड़े मामलों की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।

डीआईजी मोहित चावला ने लोगों से एहतियात बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि यह साइबर फ्रॉड आपकी जानकारी को आपके ही खिलाफ इस्तेमाल करते हैं, इसीलिए कभी भी अनजान कॉल पर किसी को भी अपनी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी या बैंक खाते की जानकारी या फिर अन्य जानकारी कभी न दें। किसी भी अननोन सोर्स के जरिए आए हुए मैसेज पर क्लिक न करें, उस लिंक को कभी न खोलें। इसके अलावा अपने फोन में या कहीं लैपटॉप वगैरह में कभी भी थर्ड पार्टी ऐप डाउनलोड न करें।

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