शिमला – नितिश पठानियां
साइबर ठग खुद को बैंक कर्मी बताकर लोगों को ठग रहे हैं। साइबर ठग लोगों को सस्ते बैंक लोन, क्रेडिट लिमिट बढ़ाने के लिए व्हाट्सऐप मैसेज व मोबाइल पर कॉल के जरिए झांसा दे रहे हैं। शातिर खुद को निजी बैंक का कर्मचारी बताकर लोगों को ठग रहे हैं। साइबर पुलिस ने ऐसे साइबर ठगों से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
बता दे कि सस्ते बैंक लोन, क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने को लेकर हिमाचल में भी लोगों को इस बारे फोन आ रहे हैं। साइबर ठग लोगों को जाल में फंसाने के लिए नए-नए तरीके खोज रहे हैं। सस्ते बैंक लोन, फास्ट टैग के अलावा अब साइबर ठग क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर लोगों के साथ ठगी का प्रयास कर रहे हैं।
देश के विभिन्न राज्यों में लगातार आ रहे मामलों के चलते साइबर पुलिस ने हिमाचल की जनता को अलर्ट किया है। साइबर पुलिस का मानना है कि हिमाचल में भी लोगों को इस बारे फोन आ रहे हैं। शातिर ठग सबसे पहले व्हट्सऐप, मैसेज या मोबाइल पर कॉल के माध्यम से क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने की बात कहते हैं।
इसके तहत शातिर अपने आप को निजी बैंक का कर्मचारी बताकर लोगों को विश्वास में ले लेते हैं। उसके बाद शातिर क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने की बात करते हैं। इसको लेकर ओटीपी शेयर करने को कहा जाता है। व्यक्ति द्वारा ओटीपी शेयर करते ही उसके क्रेडिट कार्ड का विवरण शातिर प्राप्त कर लेते हैं और कुछ ही देर में क्रेडिट कार्ड से या बैंक खाते से पैसा निकाल लिया जाता है।
साइबर सैल की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। एडवाइजरी में कहा है कि किसी से भी अपना ओटीपी नंबर को शेयर न करें। इसके अलावा अपने बैंक खाते सहित निजी जानकारी किसी से भी साझा न करें। अगर कोई व्यक्ति ठगी का शिकार होता है, तो तुंरत मामले की शिकायत 1930 पर दर्ज करें।