हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश के गग्गल एयरपोर्ट के आसपास फैले कूड़े-कचरे और मांस के अवशेष एक बड़े हवाई हादसे का कारण बन सकते हैं। यह चौंकाने वाला खुलासा हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के हालिया सर्वे में हुआ है।
रिपोर्ट के अनुसार इन जगहों पर बड़ी संख्या में पक्षी मंडराते रहते हैं, जिससे विमानों की उड़ान और लैंडिंग के दौरान पक्षियों के टकराने का खतरा लगातार बना हुआ है।
गग्गल एयरपोर्ट अथॉरिटी हर साल विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश से सर्वे करवाती है।
इसी कड़ी में हुए नवीनतम सर्वे में एयरपोर्ट से सटी खड्डों और नालों में कूड़े-कचरे के ढेर और चिकन-मटन के अवशेष भारी मात्रा में पाए गए।
ये अवशेष और कचरा ही पक्षियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। सर्वे दल ने इस क्षेत्र में बाज और गिद्ध जैसे बड़े पक्षियों को भी देखा है, जो हवाई हादसों की आशंका को और बढ़ा देते हैं।
डीन डॉ. सुनील ठाकुर के बोल
सीयू के स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज के डीन डॉ. सुनील ठाकुर ने बताया कि सर्वे की पूरी रिपोर्ट एयरपोर्ट अथॉरिटी को सौंप दी गई है। उन्होंने जोर देकर कहा कि एयरपोर्ट के आसपास खुले में फैका गया कचरा और मांस के अवशेष पक्षियों को आकर्षित करते हैं, जिससे वे लगातार आसमान में मंडराते रहते हैं। यदि कोई पक्षी विमान से टकराता है, तो यह एक बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
समाधान के लिए सुझाव
सर्वे रिपोर्ट में इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं। इसमें सबसे प्रमुख सुझाव यह है कि एयरपोर्ट के आसपास के नदी-नालों को पूरी तरह से कवर किया जाए, ताकि लोग उनमें कचरा न फेंक सकें।
एयरपोर्ट अथॉरिटी अपनी ओर से पक्षियों को भगाने के लिए कई उपाय करती है, जैसे पटाखे फोड़ना और मैनुअल तरीके से पक्षियों को दूर भगाना, लेकिन ये उपाय पूरी तरह से प्रभावी साबित नहीं हो रहे हैं।
एसडीएम कांगड़ा के बोल
कांगड़ा के एसडीएम ईंशात जसवाल ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए बताया कि फूड सेफ्टी और पशुपालन विभाग को पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं कि वे समय-समय पर इन क्षेत्रों की जांच करते रहें, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। यह स्पष्ट है कि इस समस्या पर तुरंत ध्यान देना आवश्यक है ताकि गगल एयरपोर्ट पर हवाई सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।