सफलता की कहानी: मुख्यमंत्री शगुन योजना सुशील कुमार के लिए साबित हुई बड़ी मददगार, योजना के तहत मिले 31 हजार रुपये, धूमधाम से की बेटी की शादी।
हमीरपुर 23 फरवरी – हिमखबर डेस्क
गरीब बेटियों की शादी भी धूमधाम से हो सके, गरीब मां-बाप के लिए बेटी की शादी कभी भी बोझ साबित न हो और वे भी अपनी बेटियों को खुशी-खुशी विदा कर सकें, इसके लिए प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत क्रमशः 51 हजार रुपये और 31 हजार रुपये की वित्तीय मदद का प्रावधान किया है। इन योजनाओं के कारण आज गरीब परिवार भी अपने बेटियों की शादियां बिना किसी चिंता के और बड़े धूमधाम के साथ कर रहे हैं।
जिला हमीरपुर के भोरंज उपमंडल के गांव सम्मू ताल के सुशील कुमार भी पिछले वर्ष जब अपनी बेटी की शादी की तैयारी कर रहे थे तो उनका खर्चा लगातार बढ़ता जा रहा था और इसके साथ ही उनकी चिंता भी बढ़ रही थी।
क्योंकि, दिहाड़ी-मजदूरी से अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले सुशील कुमार बेटी की शादी पर ज्यादा खर्च नहीं कर सकते थे। बेटी भी अपनी शादी के लिए मनपसंद खरीददारी नहीं कर सकती थी।
सुशील कुमार और उनके परिजनों की चिंता को देखते हुए उनके किसी रिश्तेदार ने उन्हें मुख्यमंत्री शगुन योजना के बारे में बताया तथा इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। सुशील कुमार ने इस योजना के लिए आवेदन कर दिया।
महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने भी सुशील कुमार का मार्गदर्शन किया। मुख्यमंत्री शगुन योजना के लिए निर्धारित सभी औपचारिकताएं पूर्ण करने के बाद सुशील कुमार ने बेटी की शादी को धूमधाम से करने का निर्णय लिया। क्योंकि, मुख्यमंत्री शगुन योजना के लिए पात्र होने का पता चलने के बाद उन्हें अब शादी के लिए पैसे की चिंता करने की जरुरत नहीं थी।
इस प्रकार सुशील कुमार ने खुशी-खुशी और बड़ी धूमधाम के साथ बेटी के हाथ पीले किए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत उन्हें 31 हजार रुपये की राशि भी मिल गई।
प्रदेश सरकार का बार-बार आभार व्यक्त करते हुए सुशील कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत 31 हजार रुपये की राशि उनके लिए बहुत बड़ी मददगार साबित हुई। इसी योजना के कारण वह अपने बेटी को धूमधाम के साथ विदा कर पाए हैं।