सफलता की कहानी: मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की मदद से सुषमा ने धूमधाम से की बेटी की शादी

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हिमखबर डेस्क

बेटी के जवान होते ही गरीब मां-बाप को उसके विवाह की चिंता स्वाभाविक रूप से शुरू हो जाती है। शादी के लिए पैसे का इंतजाम कैसे होगा? कैसे वे अपनी बेटी को खुशी-खुशी विदा कर सकेंगे? इस तरह के सवाल अक्सर गरीब मां-बाप के मन में उठने लगते हैं और अगर लड़की के बाप की मौत हो जाए तो फिर बेटी की शादी की पूरी जिम्मेवारी मां पर ही आ जाती है। इस तरह की परिस्थितियों में लड़की की शादी के लिए सभी प्रबंध करना और भी मुश्किल हो जाता है।

ऐसे गरीब परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना एक बड़ा सहारा साबित हो रही है। गरीब विधवा महिलाओं की बेटियों की शादी पर मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 51 हजार रुपये की राशि दी जाती है। अगर बेटी का बाप गंभीर बीमारी के कारण असहाय है और बिस्तर तक ही सीमित है तो उस परिवार को भी इस योजना का लाभ मिल सकता है।

प्रदेश सरकार की इस सराहनीय योजना के बारे में जिला हमीरपुर के विकास खंड भोरंज के गांव कधरियाण की सुषमा देवी से बेहतर और कौन बता सकता है? सुषमा देवी भी इसी योजना की मदद से अपनी बेटी की शादी धूमधाम से कर पाई हैं।

अपने पति को खो चुकी सुषमा देवी के लिए अपनी बेटी के हाथ पीले करना आसान नहीं था। उसे अपनी बेटी की शादी के लिए पैसे की काफी चिंता हो रही थी। रिश्तेदारों की मदद पर ही उसकी उम्मीदें टिकी हुई थीं। लेकिन, इसी बीच सुषमा देवी को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की जानकारी मिली तो मानों उसकी तो चिंता ही दूर हो गई। उसने तुरंत अपनी बेटी की शादी तय कर दी और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन भी कर दिया।

गत अक्तूबर महीने में उसने धूमधाम से अपनी बेटी की शादी कर दी और उसे मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 51 हजार रुपये की राशि भी मिल गई। इस प्रकार, सुषमा देवी के लिए यह योजना बहुत बड़ा सहारा साबित हुई है।

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