हिमखबर डेस्क
सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को ‘गोल्डन आवर’ के भीतर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने वाले मददगारों को अब सरकार सम्मानित करेगी।
उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा ‘राह-वीर योजना’ की शुरुआत की गई है, जिसका उद्देश्य सड़क हादसों में घायल लोगों को समय पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना है।
इस योजना के अंतर्गत किसी घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को सम्मान स्वरूप 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।
डॉ. शर्मा ने बताया कि यह योजना 21 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है और 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी। योजना का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को सड़क दुर्घटना के समय घायलों की सहायता के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके।
उन्होंने कहा कि सड़क हादसों के तुरंत बाद का एक घंटा, जिसे ‘गोल्डन आवर’ कहा जाता है, चिकित्सा दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस दौरान समय पर इलाज मिलने से कई जानें बचाई जा सकती हैं।
योजना के तहत एक व्यक्ति एक वित्त वर्ष में अधिकतम 5 बार यह पुरस्कार प्राप्त कर सकता है। इसके अतिरिक्त, देशभर से चयनित 10 उत्कृष्ट ‘राह-वीरों’ को 1 लाख रुपए की अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाएगी। यह राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में स्थानांतरित की जाएगी।
उपायुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि इस योजना के अंतर्गत किसी भी राह-वीर को कोई कानूनी कार्यवाही नहीं झेलनी पड़ेगी। इसके अलावा यदि किसी राह-वीर के अधिकारों का हनन होता है, तो वह सीधे शिकायत निवारण समिति के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है।
डॉ. शर्मा ने आम जनता से आग्रह किया कि वे सड़क हादसों के समय घायलों की मदद के लिए आगे आएं और बिना किसी भय के उन्हें चिकित्सा सुविधा तक पहुंचाएं।
सरकार की यह योजना न केवल पीड़ितों के जीवन की रक्षा करेगी, बल्कि राह-वीरों को भी समाज में गौरव प्रदान करेगी।