नेरटी में बाबा कांशी राम जयंती पर एसडीएम ने किया आग्रह
शाहपुर – नितिश पठानियां
विकास खंड रैत की ग्राम पंचायत नेरटी में विजयशील शिक्षा संस्कृति एवं पर्यावरण संस्थान कांगड़ा लोक साहित्य परिषद कथा जिला भाषा एवं संस्कृति विभाग के सौजन्य से राज मंदिर नेरटी के प्रांगण में महान स्वतंत्रता सेनानी पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम की जयंती धूमधाम से मनाई।
इसका आगाज कांगड़ा मंडल के दंडाधिकारी इशांत जसवाल ने दीप प्रज्वलित करके किया। उन्होंने लोक कलाकारों से आग्रह किया कि वह अपनी प्राचीन लोक संस्कृति को संजोकर रखें। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। प्रदेश की समृद्ध संस्कृति देश में ही नहीं विदेश में भी धूम मचा रही है। लोक कलाकारों को मंच मिलना चाहिए, क्योंकि यही उनका व्यवसाय है, इस समारोह के अध्यक्षता जिला भाषा अधिकारी अमित गुलेरी ने की।
कार्यक्रम के शुभारंभ में संस्थान के अध्यक्ष डाक्टर गौतम व्यथित शर्मा तथा महासचिव दुर्गेश नंदन ने मुख्यातिथि तथा आए हुए अतिथियों का भव्य स्वागत किया इस अवसर पर त्रिर्गत वसुंधरा रंगमंच धर्मशाला के कलाकारों ने पहाड़ी गांधी बाबा कांशीराम पर नाटक प्रस्तुत करके दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया।
नाटक के डायरेक्टर एवं एक्टर रोहित वोहरा के निर्देशन में रुचि का धीमान, दीपक कुमार, लेखराज, अब्बू व रजनी आदि कलाकारों ने अपने अभिनय से कांशीराम के जीवन को नाटक के माध्यम से विस्तृत बताया उपस्थित दर्शक नाटक को देखकर तालियां बजाने पर मजबूर हो गए समारोह में संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर कलाकार देशराज राणा, कुशल सूद, विश्व जोगी व प्रेम सिंह प्रेम को संस्थान की तरफ से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जाने-माने प्रदेश के सूफी गायक सुनील सफी, लोक गायक विक्रांत भदराल, निकेश बरजातया, शिवानी नेगी, रीना, मीना, सहजल व राजेश डढवाल आदि कलाकारों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, परंतु सुनील सूफी ने सानू एक पल चैन ना आवे सजना तेरे बिना की प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
आदर्श विजयशील विद्यालय की छात्रा अक्षिता व ताशी ने बाबा कांशीराम पर कविता प्रस्तुत की। इस अवसर पर जिला कांगड़ा के कवियों के लिए कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया।
ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में जाने-माने साहित्यकार डा. गौतम शर्मा व्यथित, दुर्गेश नंदन, प्रताप जरियाल, सुनील बलोरिया, रजनी बोहरा व विक्की बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।