शिमला एयरपोर्ट पर टला बड़ा हादसा, पायलट को लगानी पड़ी इमरजेंसी ब्रेक, उपमुख्यमंत्री और डीजीपी भी थे सवार

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शिमला – नितिश पठानियां

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शिमला स्थित जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दिल्ली से शिमला आ रही एलायंस एयर की एटीआर फ्लाइट लैंडिंग के दौरान असंतुलित हो गई और रनवे पर सही दूरी तय नहीं कर पाई। विमान अपेक्षा से काफी आगे उतर गया, जिससे अंतिम छोर पर पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े।

इस घटना में विमान में सवार प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा और अन्य यात्री भी मौजूद थे। विमान में अचानक हुई इस परेशानी के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, पायलट और क्रू मेंबर्स की सूझबूझ और अनुभव के कारण विमान को सुरक्षित रूप से रोक लिया गया।

विमान की लैंडिंग को लेकर एलायंस एयर ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए धर्मशाला जाने वाली अगली फ्लाइट को रद्द कर दिया और अन्य उड़ानों पर भी अस्थायी रोक लगा दी। जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट का रनवे अपनी सीमित लंबाई के कारण हमेशा विमानों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है।

इस एयरपोर्ट का रनवे केवल 1200 मीटर लंबा है, जो छोटे विमानों के लिए उपयुक्त है, लेकिन बड़े विमानों के लिए यह असुरक्षित हो सकता है। सोमवार को मौसम पूरी तरह से साफ था, लेकिन रनवे की कम लंबाई और संभवत: तकनीकी समस्याओं के कारण पायलट के लिए विमान को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।

इस घटना के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के विस्तार की योजना बनाई है। इस योजना के तहत रनवे को 1500 मीटर तक बढ़ाया जाएगा, जिससे यहां 72 सीटों वाले बड़े विमान भी लैंड कर सकेंगे। यह सुधार शिमला आने वाले पर्यटकों के लिए बेहतर हवाई यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराएगा और राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

रनवे के विस्तार से जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर नियमित उड़ानें चल पाएंगी और इससे स्थानीय यात्रियों को भी सुविधाएं मिलेंगी। शिमला से एयरपोर्ट की दूरी लगभग 24 किलोमीटर है, और एयरपोर्ट के बेहतर संचालन से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

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