शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वोकेशनल प्रशिक्षकों के मामले में केंद्र सरकार से बात की जाएगी। सोमवार को सचिवालय में मुलाकात करने पहुंचे हड़ताली वोकेशनल प्रशिक्षकों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वोकेशनल शिक्षा केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट है।
उन्होंने कहा कि इसकी फंडिंग केंद्र से होती है। प्रोजेक्ट में नियुक्तियां भी केंद्र की ओर से ही की जाती हैं। कंपनियों का चयन भी केंद्र सरकार से होता है। हिमाचल के हाथ में कुछ भी नहीं है। बावजूद इसके केंद्र सरकार से इस मामले पर बातचीत की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षकों को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार की नीति में किस तरह से काम हो सकता है, इस बारे में बात की जाएगी। राज्य सरकार से जो भी संभव होगा, किया जाएगा।
उधर, शिक्षा विभाग की ओर से प्रशिक्षकों को स्कूलों में सोमवार दोपहर तक ज्वाइन करने को कहा गया था। प्रशिक्षक संघ के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि प्रदर्शन कर रहे प्रशिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।
वोकेशनल प्रशिक्षक संघ अध्यक्ष अश्विनी डढवालिया के बोल
वोकेशनल प्रशिक्षक संघ के अध्यक्ष अश्विनी डढवालिया ने कहा कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती है। कंपनियों को बाहर कर समग्र शिक्षा से ही वेतन दिया जाना चाहिए।
हरियाणा में प्रशिक्षक सोसायटी के तहत काम कर रहे हैं। इससे कंपनियों को दी जाने वाली कमीशन में बचत हो रही है। उनका कहना है कि इसी तर्ज पर हिमाचल में भी वोकेशनल शिक्षा को समग्र शिक्षा की सोसायटी में लाया जाए। वोकेशनल प्रशिक्षकों का राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान में 30 मार्च से क्रमिक अनशन जारी है।