ज्वाली – अनिल छांगू
विधानसभा क्षेत्र ज्वाली के अधीन ग्राम पंचायत कुठेड़ की उपप्रधान बीना कुमारी को पंचायत विकासकार्यों में अनियमितता को लेकर सस्पेंड कर दिया गया है। कुठेड़ निवासी ईश्वर सिंह व जाहिर अब्बास खान ने ग्राम पंचायत कुठेड़ के विरुद्ध शमशानघाट के निर्माण में बरती गई अनियमितताओं के संबन्ध में शिकायत की थी, जिसकी प्रारम्भिक जांच बीडीओ नगरोटा सूरियां द्वारा की गई थी।
जांच रिपोर्ट के आधार पर विकासकार्यों के क्रियान्वयन में अनियमितताएं बरतने के लिए बीना कुमारी उपप्रधान (तत्कालीन प्रधान), ग्राम पंचायत कुठेड व बीडीओ नगरोटा सूरियां को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जिनके जबाव की गहनता से समीक्षा करने पर सन्तोषजनक नहीं पाया गया तथा उपप्रधान बीना कुमारी आरोपों में प्रथम दृष्टया दोषी पाई गई हैं।
जाँच रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत कुठेहड़ द्वारा निर्माण शमशान घाट घमीरतल हेतु वर्ष 2015-16 से वर्ष 2020-21 तक भिन्न-भिन्न सात मदों में कुल 66,73,746/-रू0 की राशि व्यय की गई है जबकि शमशान घाट का निर्माण मौजा आंबल टीका दयाला के खसरा नम्बर 22. 22/1 वन विभाग की भूमि पर बिना विभागीय अनुमति/अनापत्ति प्रमाण के किया गया है जोकि ग्राम पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही का परिचायक है।
इसके अलावा ग्राम पंचायत कुठेड़ द्वारा कथित शमशानघाट का निर्माण ग्राम पंचायत नढोली के अधिकार क्षेत्र में स्थित भूमि पर किया गया है, किन्तु इस निर्माणकार्य को न्यायोचित ठहराने हेतु ग्राम पंचायत कुठेहड़ द्वारा न तो सम्बन्धित ग्राम सभाओं का संयुक्त प्रस्ताव पारित किया है तथा न ही सम्बंधित ग्राम पंचायतों की संयुक्त निर्माण समिति का गठन किया है जोकि नियमानुसार अनुचित है।
इसके अतिरिक्त पंचायत पदाधिकारी द्वारा उक्त कारण बताओ नोटिस का उत्तर निर्धारित अवधि के भीतर प्रस्तुत नहीं किया गया जबकि कथित पंचायत पदाधिकारी को नोटिस की प्रति पंजीकृत डाक व पंचायत चौकीदार के माध्यम से भी प्रेषित की गई थी किन्तु उक्त पदाधिकारी द्वारा नोटिस को प्राप्त नहीं किया गया जोकि विभागीय आदेशों की सरासर अवहेलना है।
मामले को संज्ञान में लेते हुए नीलम कटोच, जिला पंचायत अधिकारी ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से बीना कुमारी को उपप्रधान ग्राम पंचायत पद से निलम्बित कर दिया है। साथ ही उन्होंने उन्हें निर्देश दिए हैं कि ग्राम पंचायत कुठेड़ की चल/अचल सम्पत्ति यदि कोई उनके पास हो तो, वह उसे तुरंत ग्राम पंचायत सचिव को सौंप दें।
पंचायत उपप्रधान बीना शर्मा के बोल
इस बारे में पंचायत उपप्रधान बीना कुमारी ने कहा कि इस श्मशानघाट का निर्माणकार्य मेरे प्रधान बनने से पहले शुरू हुआ था तथा मैंने अपने कार्यकाल में इसका कार्य पूरा करवाया है। अब 10 साल बीत जाने के बाद इसको मुद्दा बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि कुठेड़ पंचायत के वार्ड नं दो में विभागीय मिलीभगत से खैरों के अवैध कटान की शिकायत विजिलेंस विभाग को भेजी गई तो जानबूझ कर मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मानहानि का केस ठोंका जाएगा।