हिमखबर डेस्क
कांगड़ा घाटी की लाइफलाइन कहे जाने वाली रेल अब पपरोला-पठानकोट रेलवे ट्रैक पर नए साल में शुरू होगी। कोपर लाहड़ से गुलेर के मध्य ट्रैक के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण यह रेल सेवा गत पांच माह से पूर्ण रूप से बंद चल रही है।
पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि यह कार्य दिसंबर में पूरा हो जाएगा, लेकिन अब यह राहत नए साल पर भी मिलेगी। हालांकि रेलवे विभाग ने इस ट्रैक में आने वाले रेलवे स्टेशनों को दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए हैं।
जुलाई से पूर्व पपरोला से नूरपुर रोड के लिए चार अप डाउन ट्रेनें रोजाना चलाई जाती थीं और इनमें से दो ट्रेनें जोगिंद्रनगर तक जाती थीं। कोपरलाहड़ और गुलेर के मध्य तीन चार स्थानों पर ट्रैक को दुरुस्त करने का कार्य जोरों पर है, लेकिन दिसंबर में इस कार्य के मुकम्मल होने की उम्मीद कम नजर आ रही है और नए वर्ष में ही लोगों को ट्रेन की सुविधा प्राप्त होगी।
ट्रेन के बंद हो जाने के कारण कांगड़ा से आगे के लोगों को सबसे अधिक परेशान होना पड़ रहा है। नाम ना छापने की शर्त पर रेलवे विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रैक की मरम्मत का कार्य पूरी गति से किया जा रहा है, लेकिन इसमें समय लगेगा। नए साल में भी रेल सुविधा इस क्षेत्र में मिलेगी।
कई जगह बस में दोगुना समय और किराया भी अधिक
कांगड़ा से नूरपुर की तरफ कुछ एक ऐसे स्टेशन है जिन स्टेशनों के लिए बस से सफर करने में दोगुना समय लगता है और किराया भी अधिक है।
पांच माह से परेशानी झेल रहे लोग, जल्द मांगी राहत
कांगड़ा और अन्य जगह से लोगों ने रेलवे विभाग से मरम्मत कार्य को जल्द पूरा करने का आग्रह किया है। लोगों ने पहले भी इसको लेकर आवाज उठाई थी, लेकिन अभी तक यह काम पूरा नहीं हो पाया है। लोग पांच महीने से महंगा सफर करने के लिए मजबूर हैं।