नरेश कुमार भाम्बला
राजकीय सम्मान के साथ शहीद कमल देव का अंतिम संस्कार पैतृक गांव मैं किया गया। शहीद के चचेरे भाई बॉबी ने पार्थिव देह को मुखाग्नि दी। परिजनों की ओर से बड़े भाई ने हार, टोपी और कमीज पहनाकर विदाई दी।
विधायक कमलेश कुमारी, उपायुक्त देवश्वेता बनिक, एसपी व एसडीएम भी मौके पर मौजूद रहे। प्रशासन की ओर से उपायुक्त ने परिजनों को पांच लाख की फौरी राहत राशि दी है। इससे पहले शहीद कमल देव की पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। हर आंख नम हो गई।
ताबूत पर शहीद के भाई ने दूल्हे के कपड़े भेंट किए। अविवाहित होने के चलते परिजनों ने शादी की रस्में निभाई । 27 वर्षीय कमल देव वर्ष 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे और इसी वर्ष अक्तूबर में उनकी शादी तय थी।
गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिला के मनकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के समीप बारूदी सुरंग फटने से हमीरपुर का जवान शहीद हो गया था।
कमल छह वर्ष पहले भारतीय सेना की 15 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। इसी वर्ष अप्रैल में वह घर पर छुट्टियां काटने के बाद वापस अपनी बटालियन में गए थे। कमल की तीन माह बाद अक्तूबर में शादी होनी थी।
माता-पिता बेटे के सिर पर सेहरा भी नहीं सजा सके। शहीद कमलदेव अपने पीछे माता-पिता, बड़ा भाई और दो बहनें छोड़ गए है।