दिल्ली – नवीन चौहान
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के जरिए करवाई जाने वाली यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने के बावजूद इसपर काफी ज्यादा विवाद खड़ा हो गया है। वहीं, इस मामले की जांच कर रही सीबीआई के हाथ बड़ी जानकारी लगी है।
सीबीआई ने अपनी जांच के बाद कहा है कि यूजीसी-नेट का पेपर लीक हुआ था। एग्जाम से एक दिन पहले पेपर को डार्कनेट पर अपलोड किया गया था। यूजीसी नेट के प्रश्न पत्र टेलीग्राम पर पांच हजार रुपए में बेचे जा रहे थे।
बता दे कि सरकार ने पेपर रद्द करने के बाद इसकी जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपी है। सीबीआई ने जांच के दौरान यह पता लगा रही है कि यूजीसी नेट एग्जाम का पेपर कहां से लीक हुआ। शुरुआती जांच में पता चला है कि क्वेश्चन पेपर सोमवार (17 जून) को लीक हुआ था, जिसके बाद उसे एंक्रिप्टेड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डाला गया था।
पकड़े जाने से बचने के लिए आरोपियों ने लीक क्वेश्चन पेपर को डार्कनेट पर डाला था। सीबीआई केस से जुड़ी डिटेल्स इक_ा करने के लिए एनटीए और अन्य एजेंसियों के संपर्क में है। दरअसल, शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए द्वारा आयोजित यूजीसी-नेट एग्जाम को बुधवार (19 जून) को रद्द करने का आदेश दिया।