शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश गोसेवा समिति ने कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार के उस बयान पर आपत्ति जताई है, जिसमें उन्होंने गोसदनों को स्लाटर हाउस बताया था। समिति के सचिव सुनील शर्मा ने कहा कि पशुपालन मंत्री का गोशालाओं के संदर्भ में दिया गया बयान बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है और लोग उनकी पूजा करते हैं। अगर हिमाचल प्रदेश में कोई गाय को काट रहा है तो उसे सजा दिलाना सरकार और मंत्री का काम है। उन्होंने कहा कि मंत्री अपने बयान को वापस लें अन्यथा हिमाचल में करीब 260 गोशालाओं में बंधे 35,000 गोवंश को सड़कों पर छोड़ दिया जाएगा।
साथ ही लोग पशुपालन मंत्री के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्र कुमार ने बयान से हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
मंत्री ही ऐसा बयान देंगे तो कोई गोशाला नहीं चलाएगा
समिति ने कहा कि अगर कहीं गाय की मौत हुई है तो सिर्फ सरकार की ओर से चलाए जा रहे गोअभयारण्य में। इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए। अधिकारियों ने अपने आका को खुश करने के लिए कऊ सेंक्चुरी में 1,000 लावारिस बैल भर दिए और इन्होंने गउओं को मार दिया।
उन्होंने पूछा कि दो साल में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने गोशालाओं को बेहतर करने लिए क्या किया, यह भी जनता को बताया जाए। कांगड़ा में दो साल में सड़कों पर गोवंश की संख्या दोगुनी हो गई है। गोशालाओं की वजह से ही आज बहुत सारी पंचायत बेसहारा गोवंश से होने वाले नुकसान से बची हैं। कुछ लोग तो चेन की सांस ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने फरवरी के बजट भाषण में गोशालाओं के बजट को बढ़ाने की घोषणा की थी जो आज तक पूरी नहीं हुई। गोशालाओं को अच्छा बनाने के बजाय अगर मंत्री ऐसा बयान देंगे तो कोई संस्था गोशाला नहीं चलाएगी।