मंडी – अजय सूर्या
हिमाचल किसान सभा, मंडी की बैठक मंडी में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता सभा के जिला अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज ने कि और बताया कि जिला भर में कई सड़कों, हाइडल प्रोजेक्टों व अन्य निर्माण कार्यों के लिए किसानों की जमीने अधिग्रहित की गई हैं लेकिन बड़े खेद की बात है कि कहीं भी भूमि अधिग्रहण कानून, 2013 को लागू नहीं किया जा रहा और फैक्टर 2 के अनुरूप मुआवजा नहीं दिया जा रहा है और न ही अन्य प्रावधानों को भी लागू नहीं किया जा रहा है।
पिछली भाजपा सरकार के दौरान बड़ी चालाकी से भूमि के सर्कल रेट बहताशा घटा कर किसानों की जमीने कौड़ियों के भाव जमींन हड़पने का रास्ता निकाला गया है। जिस जमीन की मार्केट वैल्यू करोड़ों रूपये है उसको मात्र कुछ लाख रूपये दे कर ही हड़पा जा रहा है।
सरकार या निर्माण कार्य में लगी कंपनियों द्वारा भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्यों से पुनर्वास, संपर्क सड़कों, सर्विस रोड़, पैदल रास्ते, बावड़ी, कुएं, हैंड पंप, फूट ओवर ब्रिज, अंडर पास, अधिग्रहित भूमि के बाहर की भूमि पर होने वाले नुकसान, पर्यावरण से फसलों को होने वाले नुकसान आदि मुद्दों का समाधान नहीं किया जा रहा है।
कल्वर्ट बनने से आस पास की ज़मीनों में जो नाले तबाही मचा रहे हैं उसके मुआवजे का भी कोई प्रावधान नहीं किया जा रहा है। किसान सभा ने इन सब मुद्दों पर संघर्ष किया है तथा पूरे जिला में किसानों को लामबंद कर इन मुद्दों के समाधान के लिए कार्यरत है।
जिला उपाध्यक्ष जोगिंदर वालिया ने कहा कि भूमि अधिग्रहण पर और इससे जुड़े मुद्दों को लेकर आगामी 30 जुलाई को मंडी में एक राज्य स्तरीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रभावितों और आम किसानों के मुद्दों पर चर्चा करते हुए संघर्ष की रूपरेखा बनाई जाएगी।
किसान सभा द्वारा 27 जुलाई को दुग्ध उत्पादकों का राज्य अधिवेशन रामपुर में तथा आवारा नकारा पशुओं से उत्पन्न समस्या बारे 30 अगस्त को धर्मशाला में राज्य अधिवेशन भी आयोजित किया जायेगा। किसान सभा के राज्य सचिव होतंम सिंह सोंखला ने कहा कि मोदी सरकार अपने किसान विरोधी अजेंडे और नीतियों के लिए कुख्यात रही है और किसान सभा के साथ-साथ संयुक्त किसान मोर्चा का भी आह्वान था कि लोक सभा चुनावों में भाजपा की हार सुनिश्चित की जाये।
18वीं लोकसभा के चुनाव के नतीजे बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका हैं। भारत के लोगों ने, संविधान और गणतंत्र के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक चरित्र की रक्षा का दावा करते हुए, भाजपा को 2014 और 2019 के पिछले दो लोकसभा चुनावों में मिले बहुमत से वंचित कर दिया है। बैठक में किसानों के मुद्दों पर कई प्रस्ताव भी पारित किए गए।
ये रहे उपस्थित
बैठक में किसान सभा के जिला अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज, उपाध्यक्ष जोगिंदर वालिया, परस राम, हेम राज, प्रेम चौधरी, नन्द लाल वर्मा, गुलाम रसूल, राज कुमार वर्मा, गंगा राम, महेंद्र राणा, बिहारी लाल, मोहन सरवाल, सुदर्शन वालिया, रूप सिंह, सुरेन्द्र आदि ने भी हिस्सा लिया।