एनएचएआई ने फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनियों को दिए निर्देश, हर समय तैयार रखें मशीनरी, यात्रियों को नहीं आएगी बाधा
हिमखबर डेस्क – व्यूरो रिपोर्ट
बरसात के सीजन में भी इस बार पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर यातायात प्रभावित नहीं होगा तथा यातायात प्रभावित न हो, इसके लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। हालांकि बरसात में भी फोरलेन में पहाडिय़ों की कंटिंग सहित अन्य कार्य चलता रहेगा।
एनएचएआई ने फोरलेन निर्माण कार्य में जुटी कंपनियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि उनकी मशीनरी हर पल उपलब्ध होनी चाहिए।बरसात में अगर कहीं भी कोई मलबा गिरता है तो उसको मशीनरी लगवाकर तुरन्त हटवाया जाएगा। अगर नेशनल हाई-वे पर कहीं भी तूफान या भूस्खलन होने से पेड़ गिरता है, तो भी तुरंत पेड़ को हटवा दिया जाएगा।
यात्रियों को आवागमन करने में कोई बाधा न आए, इसके लिहाज से पुख्ता प्रबंध किए हुए हैं। एनएचएआई ने कंपनियों के कांटेक्ट नंबर भी जिलाधीश के पास दे दिए हैं, ताकि किसी भी समय कंपनियों की मशीनरी की सहायता ली जा सके।
पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे व पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग ही हिमाचल को पंजाब के साथ जोड़ते हैं, लेकिन रेलमार्ग तो बंद पड़ा है।
इस लिहाज से अब पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे ही एकमात्र मार्ग बचता है। आवागमन करने वालों को चिंता सता रही है कि नऊोरलेन निर्माण के कारण कभी भी कहीं भी कोई ल्हासा गिरने से मार्ग अवरुद्ध हुआ, तो हिमाचल का पंजाब से संपर्क कट होकर रह जाएगा।
अगर ऐसा होता है तो हिमाचल का कारोबार ठप हो जाएगा। ज्यादातर लोग चिकित्सा सुविधा के लिए पठानकोट के अस्पतालों में ही जाते हैं तो मार्ग बंद होने की स्थिति में चिकित्सा सुविधा ले पाना भी मुश्किल हो जाएगा।