शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने परीक्षा प्रक्रिया में गंभीर धांधली के आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक की भी प्रबल संभावना है और इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
जयराम ठाकुर ने लिखित भर्ती में हुई धांधली की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जांच की स्थिति में नहीं है तो मामले की जांच सीबीआई को दे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार में ढाई सालों में पहली बार कोई भर्ती हुई लेकिन उसमें भी नकल हुई है ये हम नहीं बल्कि स्वयं परीक्षार्थी बोल रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने दावा किया कि परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी कैमरों में पूरी घटना रिकॉर्ड हुई है, लेकिन सरकार का पूरा दबाव है कि यह फुटेज सार्वजनिक न हो।
उन्होंने कहा कि एग्जामिनेशन हॉल में खुलेआम ग्रुप चीटिंग हुई है और यह एक गंभीर गैर कानूनी मामला है, जिसे सरकार नजरअंदाज नहीं कर सकती।
नेता विपक्ष ने आशंका जताई कि परीक्षा से जुड़े रिकॉर्ड नष्ट किए जा सकते हैं और सरकार इस पूरे मामले में कार्रवाई के नाम पर चुप्पी साधे हुए है।
उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री को मामले की निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि जब उनके नेतृत्व में सरकार थी तो पांच वर्षों में 60 हजार युवाओं को नौकरियां दी गई थी, जबकि वर्तमान सरकार की एकमात्र पुलिस भर्ती भी विवादों में घिर गई है।
युवा सोशल मीडिया पर अपनी आवाज़ उठा रहे हैं लेकिन सरकार की ओर से अब तक कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं आई है। नेता विपक्ष ने मांग की कि ग्रुप चीटिंग की पुष्टि होने पर तुरंत इस परीक्षा को रद्द किया जाए।
वहीं दूसरी तरफ जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री चंद्र कुमार के इस्तीफे को लेकर कहा कि सुक्खू सरकार से जनता क्या उनके मंत्री विधायक भी नाराज चल रहे हैं। अब चन्द्र कुमार के इस्तीफे की बात उनके बेटे नीरज भारती सोशल मीडिया पर लिखते हैं।
प्रदेश के खराब हालातों को देखते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है उनको इस्तीफा दे देना चाहिए।