शिवरात्रि पर पहली बार करवाया जा रहा आयोजन, 26 फरवरी को सुबह तीन बजे शुरू हो जाएगा पवित्र स्नान
हिमखबर डेस्क
पांडव काल के इतिहास और भगवान भोले नाथ के ऐतिहासिक शिवलिंग की महिमा और चमत्कारी कहानियों को सहेजे बैठे पवित्र गसोता महादेव मंदिर इस महाशिवरात्रि पर एक बड़े आयोजन का गवाह बनने जा रहा है। दरअसल पर्यटन की दृष्टि से विकसित हो रही इस पावन धरा पर महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर इस बार प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ की तर्ज पर मिनी कुंभ का आयोजन करने की तैयारी की गई है।
मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन के सहयोग से करवाया जा रहा यह आयोजन यदि सफल रहता है, तो आने वाले समय में यह स्थल काफी विकसित होगा। गसोता में शिवरात्रि के मौके पर हमीरपुर जिला समेत अन्य जिलों के अलावा अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु आते हैं।
दरअसल गसोता महादेव मंदिर परिसर को पर्यटन के साथ जल क्रीड़ा की दृष्टि से विकसित करने के लिए नीचे की तरफ एक बड़ा स्विमिंग पूल बनाया गया था। इस स्विमिंग पूल को पूरी तरह से साफ करके इसमें ताजा पानी भरकर शिवरात्रि पर यहां पवित्र स्नान करवाया जाएगा। महाशिवरात्रि के अवसर पर 26 फरवरी को अलसुबह ब्रह्ममुर्हत में लगभग तीन बजे के बाद पवित्र स्नान शुरू हो जाएगा।
सुरक्षा के मद्देनजर खासे प्रबंध किए जा रहे हैं जिसके लिए बकायदा पुलिस की टीमें मुश्तैद की जा रही हैं। इसके साथ ही हेल्थ चैकअप इत्यादि के लिए स्वास्थ्य महकमे को कहा गया है। पूरे आयोजन की देखरेख के लिए नायब तहसीलदार लंबूल की ड्यूटी मेजिस्ट्रेट के तौर पर तैनाती की जा रही है।
हमीरपुर से दस किलोमीटर दूर
हमीरपुर से दस किलोमीटर दूर स्थित गसोता महादेव का इतिहास पांडव काल से जुड़ा बताया है। एक विशेष प्रकार का हजारों साल पुराना शिवलिंग लोगों की आस्था का केंद्र है। महाशिवरात्रि के मौके पर हर साल यहां बड़ा आयोजन होता है।

