छोटी काशी मंडी में विशाल जनसभा को सम्बोधित करने पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मंडी के पड़ल मैदान मे मोदी को देखने के लिए उमड़ा भारी जनसैलाव
मंडी – अजय सूर्या
पीएम मोदी ने मंडी में अपने भाषण की शुरुआत में सभी देवी-देवताओं को नमन किया। पीएम ने कहा कि हिमाचल के पालमपुर में भाजपा वर्किंग कमेटी में जो निर्णय हुआ था, हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों ने मुझे अपना हाैसला बुलंद रखना सिखाया है। हिमाचल सीमा से सटा राज्य है।
हिमाचल के लोग मजबूत व ताकतवर सरकार का मतलब जानते हैं। मोदी आपके लिए जान की बाजी लगा देगा लेकिन संकट नहीं आने देगा। कांग्रेस के दाैर में देश में एक कमजोर सरकार हुआ होती थी और पाकिस्तान हमारे सिर पर चढ़कर नाचता था।
मोदी ने कहा कि भारत अब दुनिया के पास भीख नहीं मांगेगा, भारत अपनी लड़ाई खुद लड़ेगा। हिमाचल के ऊंचे पहाड़ों ने मुझे अपना हाैसला बुलंद रखना सिखाया है। बफीर्ली पहाड़ियों ने ठंडे दिमाग से काम करना सिखाया है। पहाड़ों ने मुझे अपना सिर गर्व से ऊंचा करना सिखाया है। मैं मां भारती का अपमान नहीं सह सकता।
कांग्रेस मां भारती के अपमान से भी बाज नहीं आती। कांग्रेस को भारत माता की जय और वंदे मातरम कहने से दिक्कत है। कांग्रेस ने भारत की सीमाओं को अपने हाल पर छोड़ दिया था। ऐसी डरपोक सोच मोदी के मिजाज के साथ मेल नहीं खाती। समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया
समान नागरिक संहिता का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि समान नागरिक संहिता का संकल्प लिया है। भारत का नागरिक भले ही वो हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो, बौद्ध हों, उनके लिए एक समान नागरिक कानून होने चाहिए। लेकिन कांग्रेस समान नागरिक संहिता का विरोध कर रही है। कांग्रेस मुस्लिम पर्सनल लॉ के बहाने शरिया को समर्थन देती है।
कांग्रेस ने कंगना के लिए जो कहा वो मंडी का अपमान है।
विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस उसी दकियानूसी सोच में डूबी हुई है। आपने देखा है कि अपने दम पर सफलता हासिल करने वाली बेटियों को कांग्रेस क्या बोलती है? कांग्रेस ने मंडी का नाम लेकर कंगना जी के लिए जो भद्दी बातें कही हैं, वो मंडी का अपमान है, छोटी काशी का अपमान है, हिमाचल का अपमान है, हिमाचल की हर बेटी का अपमान है।
दलाई लामा का नाम लेने से डरती है कांग्रेस: पीएम मोदी
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल में बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण स्थान हैं। कांग्रेस की सरकार तो इतनी डरपोक थी कि दलाई लामा जी का नाम लेने से भी डरती थी। मेरी तो दलाई लामा जी से अक्सर बात होती है। वो हमारी समृद्ध विरासत के प्रणेता हैं। भारत, बुद्ध का देश है… और मोदी सरकार ने जोर शोर से अपनी इस विरासत का प्रचार प्रसार किया है।