बिलासपुर – सुभाष चंदेल
हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर में जनपद के झंडूता क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले 23 वर्षीय वैभव सिंह ने देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को पहले ही प्रयास में न सिर्फ पास किया, बल्कि ऑल इंडिया लेवल पर 82वां रैंक हासिल कर पूरे क्षेत्र और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
वैभव की इस उपलब्धि से न सिर्फ उनके परिवार में खुशी की लहर है, बल्कि पूरे गांव और जिले में उत्साह का माहौल है। एक सामान्य परिवार से आने वाले वैभव के माता-पिता शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत हैं।
उनके पिता वीरेंद्र सिंह सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पनोह में प्रधानाचार्य हैं, जबकि माता मोनिका सिंह राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर में भौतिक विज्ञान की प्रोफेसर हैं।
वैभव की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई रोहड़ू से की। दसवीं की पढ़ाई शिमला पब्लिक स्कूल से और बारहवीं की पढ़ाई डीएवी न्यू शिमला से पूरी की।
इसके बाद वैभव ने दिल्ली विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस (ऑनर्स) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। पढ़ाई के साथ-साथ वे हमेशा सम-सामयिक घटनाओं में रुचि रखते थे, जो आगे चलकर UPSC की तैयारी में उनके लिए मददगार साबित हुई।
वैभव ने बताया कि उन्होंने खुद को पूरी तरह समर्पित करते हुए नियमित अध्ययन और सकारात्मक सोच के साथ तैयारी की। उनका मानना है कि निरंतरता, अनुशासन और आत्मविश्वास सफलता की कुंजी हैं।
उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत में कोई कमी न हो, तो कोई भी मुकाम दूर नहीं। इस सफलता के पीछे वैभव का कठिन परिश्रम, परिवार का सहयोग और मजबूत आत्मबल है।
उन्होंने बताया कि उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होकर समाज की सेवा करने की प्रेरणा अपने शिक्षित और समाजसेवी माता-पिता से मिली। वैभव की इस उपलब्धि ने न सिर्फ बिलासपुर बल्कि पूरे हिमाचल को गौरवान्वित किया है।
अब सभी की नजरें UPSC के इस होनहार अधिकारी पर टिकी हैं, जो आने वाले समय में एक ईमानदार और प्रभावशाली प्रशासक बनकर उभर सकते हैं।