नालागढ़ की झीड़ीवाल में टायरों की रबड़ व पैंचर बनाने वाली फैक्ट्री से लोग परेशान

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फैक्ट्रीयों से निकलने वाले केमिकल युक्त जहरीले पानी व काली राखी के कारण लोग आ रहे हैं गंभीर बीमारियों की चपेट में, गांव में फैल रही एलर्जी व कैंसर जैसी घातक बीमारी, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बद्दी को 10 दिन पहले की थी शियाकत,अभी तक नहीं हुई कार्रवाई।

बद्दी‌- रजनीश ठाकुर

औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में फैक्ट्रीयों से निकलने वाले केमिकल युक्त जहरीले पानी से लोग खासे परेशान है और यहां पर फैक्ट्रीयों के पॉल्यूशन के कारण कैंसर एवं अन्य घातक बीमारियां फैलती जा रही है।

ताजा मामला नालागढ़ के तहत झीडीवाल गांव में सामने आया है जहां पर टायरों की रबड़ व पैंचर बनाने वाली फैक्ट्री से लोग खासे परेशान है और इन दोनों फैक्ट्रियों से निकलने वाली केमिकल युक्त जहरीले पानी व कार्बन की काली राखी के कारण लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आने लगे हैं।

आपको बता दें कि इन फैक्ट्री के प्रदूषण के कारण गांव में चार लोग कैंसर की बीमारी से बुरी तरह से ग्रस्त हो चुके हैं और जबकि एलर्जी के तो दर्जन मामले सामने आए हैं जिसको लेकर पिछले 6- 7 सालों से लोग पंजाब और हरियाणा के अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं।

हालांकि इस बारे में ग्रामीणों ने कई बार मौखिक तौर पर फैक्ट्री प्रबंधन से बातचीत की लेकिन अभी तक उन्होंने फैक्ट्रीयों से निकलने वाले प्रदूषण को बंद नहीं किया है।

जिसके चलते अब ग्रामीणों ने मजबूर होकर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बद्दी को 10 दिन पहले शिकायत की थी लेकिन पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बद्दी द्वारा भी कोई कार्रवाई अब तक अमल में नहीं लाई गई है।

जिससे परेशान होकर अब ग्रामीणों ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और सरकार को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही उन्होंने फैक्ट्रीयों के ऊपर कोई कारवाई नहीं की तो वह मजबूरन हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होंगे।

अब देखना होगा कि कब इन दोनों फैक्ट्रियों के ऊपर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड बद्दी की ओर कोई कार्रवाई की जाती है और कब लोगों को आ रही परेशानियों से निजात मिल पाती है।

इस बारे में जब हमने स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत की तो उनका कहना है कि पिछले 7 – 8 सालों से उनके गांव में कैंसर और अन्य एलर्जी जैसी घातक बीमारी फैल रही है जिसको लेकर कई बार दोनों ही फैक्ट्रीयों की मैनेजमेंट से बातचीत की गई लेकिन उनकी ओर से फैक्ट्रीयों से निकलने वाले प्रदूषण को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई।

लगातार फैक्ट्रीयों की ओर से उनके आसपास के नालों में केमिकल युक्त जहरीला पानी छोड़ा जा रहा है और साथ काली राखी लगातार उनके बॉयलर से उनके गांव में उड़कर आ रही है जिसके चलते एलर्जी और कैंसर जैसी घातक बीमारी गांव में फैल रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि इस बारे में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बद्दी को शिकायत की गई है लेकिन अभी भी 10 दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.

हालांकि प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एक जेई की ओर से फोन आया था लेकिन किसी भी अधिकारी की ओर से मौके पर आकर जायज नहीं लिया गया है और ना ही कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्द ही संबंधित कंपनियों के ऊपर कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई तो वह हाईकोर्ट व एनजीटी में जाकर जन याचिका दायर करण्ड को मजबूर होंगें।

फैक्ट्री मैनेजमेंट ने झाड़ा पल्ला 

इस बारे में जब हमने इंडेग रबड़ व यूनीपेज पैंचर फैक्ट्री के मैनेजमेंट से बातचीत की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे पर कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया और यह कहकर पल्ला झाड दिया कि उनके पास प्रदूषण को लेकर सभी नॉर्म्स पूरे हैं।

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