कोटला – स्वयम
मिंजर का त्योहार कोटला क्षेत्र में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर लोगो ने अपने अपने घरों पर विशेष पकवान बनाए। वैसे तो चम्बा का मिंजर मेला विश्व प्रसिद्ध है।
इसके अलावा जिला कांगड़ा में भी लोग मिंजर के त्योहार को पारम्परिक उत्साह के साथ मनाते हैं। इस त्योहार के पीछे लोगों की मान्यता है कि जब मक्की की फसल पर मिंजर आने लगती है, तो नई फसल के पैदा होने की खुशी का इजहार ही मिंजर का पर्व ही है।

भारी वर्षा के बीच संध्या समय में महिलाओं ने ध्रुव और कपड़े से बनाई गई मिंजरों को धूप एवं ज्योति प्रज्ज्वलित कर देहर नदी के पानी में विसर्जित कर सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर महिलाओं ने एक दूसरे को प्रसाद बांटकर खुशी का इजहार किया।

