धर्मशाला में एक ही प्रजाति के दो दर्जन से अधिक पक्षी हुए शिकार, विभाग को न पक्षियों की प्रजाति और न मरने के कारणों का चला पता
धर्मशाला- राजीव जस्वाल
पर्यटक नगरी धर्मशाला के जोनल अस्पताल के बाहर पिछले काफी लंबे समय से एक प्रजाति के पक्षी किसी चीज से टकराकर मौत का शिकार हो रहे हैं। अब तक एक ही प्रजाति के करीब 20 से 25 पक्षी मौत का शिकार हो चुके हैं। इसे लेकर वाइल्ड लाइफ विभाग और वन विभाग को लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन वाइल्ड लाइफ विभाग ने इसे लेकर कोई भी उचित कदम नहीं उठाया है। इन पक्षियों की प्रजाति को लेकर भी विभाग को कोई जानकारी नहीं है।
ऐसे में मौत के कारणों का पता लगाना तो दूर की बात है। अलग से दिखने वाले पक्षियों की चोंच पर ही खून दिखाई देता है। इसके अलावा उनके शरीर पर कोई भी जख्म दिखाई नहीं देता है। हर दूसरे दिन एक ही जगह पर एक ही प्रजाति के पक्षी जोनल अस्पताल धर्मशाला के बाहर मरे हुए मिल रहे हैं।
स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि शिकायत के बावजूद विभाग के लोग पक्षी को उठाने नहीं आते हैं और आवारा कुत्ते इन्हें उठाकर खा जाते हैं। पक्षियों के प्रति विभाग की लापरवाही से लोगों में भी रोष है। वहीं पक्षियों में किसी तरह के संक्रमण फैलने को लेकर भी लोगों में भय बना हुआ है। लेकिन इसके बावजूद विभाग ने सुस्त रवैया अपनाया हुआ है। लगातार इन पक्षियों की हो रही मौतों को रोकने के लिए कोई भी उचित कदम नहीं उठाया है।
एक ही जगह पर आखिर कैसे मर रहे हैं पक्षी
एक ही तरह के पक्षी एक ही स्थान पर आखिर कैसे मर रहे हैं। इस प्रजाति के पक्षी में कोई संक्रमण फैला है या किसी इत्तेफाक से यह पक्षी मर रहे हैं। वहीं बड़ी बात यह है कि जोनल हॉस्पिटल के बाहर आकर यह पक्षी आकर दम तोड़ रहे हैं।
इतने लंबे समय से हर दूसरे दिन पक्षियों का हॉस्पिटल के बाहर आकर मरना कई तरह के सवाल पैदा कर रहे हैं। पिछले एक माह से यह पक्षी हॉस्पिटल के बाहर आकर बेसुध अवस्था में पाए जाते हैं। आखिर इनके मरने की क्या वजह है, यह विभाग की रिपोर्ट आने के बाद ही पता लगेगा।
सैंपल लेकर जल्द कारणों का पता करेंगे
वाइल्ड लाइफ विभाग के डीएफओ संजीव सिंह का कहना है कि मामला टैरिटोरियल विभाग के तहत आता है। पक्षियों के मरने की शिकायत केवल निचले अधिकारियों को की गई थी। इस वजहे से यह मामला उनके ध्यान में नही था। लेकिन अब इस मामले को वह खुद देखेंगे और मरे हुए पक्षियों के सैंपल लेकर उनकी मौत के कारणों का पता किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही इन पक्षियों के मौत के कारणों को उजागर किया जाएगा।

