आचार्य अमित शर्मा
धन-संपदा, सुख-समृद्धि, प्रकाश व दीपों के पांच दिनों का त्योहार दीपावली की शुरुआत मंगलवार को धनतेरस के साथ हो गया। धनतेरस को लेकर बाजार में काफी रौनक व भीड़ रही। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को होने वाले धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की।
लोगों ने आभूषण के अलावा जरूरत के सामान की जमकर खरीदारी की। त्योहार में उमड़ी भीड़ के कारण शहर के सभी बाजार देर शाम तक गुलजार रहे। वैश्विक महामारी कोरोना के कारण महीनों से बाजार में मंदी थी। बढ़ती महंगाई के बावजूद लोगों ने सोना-चांदी के जेवरातों सहित विभिन्न प्रकार के उपकरण व बर्तनों आदि की खरीदे।
धनतेरस को लेकर मंगलवार की सुबह से ही बाजारों की रौनक देखते ही बनती थी। जगह-जगह मिट्टी के दीये, सजावटी सामग्री व लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति के सजे स्टॉल पर भारी भीड़ देखी गई। शाम को लोगों ने घरों में दीये जलाकर भगवान धनवंतरी, भगवान गणेश व मां लक्ष्मी की पूजा की। त्योहारों को लेकर बाजार में लोगों में भारी भीड़ रही।
बड़े शोरूम से लेकर फड़ी वाले तक से जमकर खरीदारी की। ग्राहकों को लुभाने के लिए बाजार में एक से बढ़कर एक स्कीम देखने को मिली। लोगों ने इन स्कीम का भरपूर लाभ उठाया। लोगों बर्तन, गहने व अन्य मूल्यवान वस्तु की खरीदारी देर रात तक करते है। इस दौरान बाजार में भारी भीड़ के चलते जाम की स्थिति बनी रही।
धनतेरस के दिन वाहन लेकर जाने के लिए लोगों ने पहले से ही बुकिंग करवा रखी थी। इसी तरह इलेक्ट्रानिक्स के लिए भी लोगों ने दिन निर्धारित किया हुआ था। इसदिन लोग अपना सामान लेकर घर गए। पूजन कर नई वस्तु का घर में स्वागत किया गया।