दिवाली की रात आग का तांडव, 6 गौशालाएं, एक कमरा व रसोईघर भी राख
व्यूरो रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश में दिवाली की रात जगह-जगह आग लगने से लाखों रुपये का नुक्सान हुआ है। बिलासपुर जिले की भराड़ी उपतहसील के तहत लैहडी सरेल पंचायत के शमसाए गांव में आग लगने से चार गौशालाएं जल गईं।
इस घटना से 10 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि स्थानीय लोगों की सहायता से पशुशाला के भीतर बंधे मवेशियों को समय रहते बाहर निकाल दिया गया।
दूसरी आग की घटना में घुमारवीं उपमंडल के हरलोग गांव में दो परिवारों का लाखों रुपए का नुक्सान हुआ है। आग लगने से एक रिहायशी कमरा, रसोईघर व उसके साथ बनी दो पशुशालाएं जलकर राख हो गईं। वहीं, जिला हमीरपुर के साथ लगते दगनेड़ी गांव में भी आग का मामला सामने आया है।
जिला मुख्यालय में सरवरी स्थित नगर परिषद की एमआरएफ साइट में शुक्रवार सुबह आग लगी। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। डंपिंग साइट नहीं होने के कारण एमआरएफ साइट में कूड़े के ढेर लगे थे। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। वहीं कूड़े के ढेरों में अचानक लगी आग को लेकर कई तरह की चर्चाओं का माहौल है।
सोल बनेहड़ में आग लगने से गोशाला जलकर राख
कांगड़ा जिले के लंबागांव क्षेत्र की सोल बनेहड़ पंचायत अपर लंबागांव-सरालपट सड़क किनारे गुरुवार रात अमर सिंह की स्लेटपोश गोशाला में आग लग गई। इसके चलते पशुशाला व पशुशाला के अंदर रखी घास जलकर राख हो गई। आसपास के लोगों ने जैसे ही पशुशाला से आग की लपटें निकलती देखीं तो शोर मचाना शुरू किया।
इसके बाद लोग इकट्ठा हो गए और आग बुझाने में लग गए। दूसरी ओर जयसिंहपुर अग्निशमन विभाग को भी सूचना दे दी। जब लोग आग बुझा रहे थे तो अग्निशमन विभाग जयसिंहपुर की टीम व पुलिस प्रशासन लंबागांव की टीम भी मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।