जलाईये मगर लंकापति रावण के पुतले नहीं, बेटी के खिलाफ़ गैरबराबरी और हिंसा की सोच को
मंडी – अजय सूर्या
हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति जिला इकाई मण्डी द्वारा बेटी बचाओ अभियान के तहत मण्डी के पडड्ल ग्राउंड मण्डी में आज के रावण का दहन किया गया। वर्श 2001 के जनगणणा के आंकड़ों में घटते बाल लिंगानुपात में बेटियों की घटती संख्या पर संज्ञान लेते हुए हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा पूरे प्रदेश में बेटी बचाओं अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें नवरात्रों में मन्दिरों में पर्चा बांटा जाता है और बेटा-बेटी में भेदभाव न करने की अपील की जाती है।
विजयदशमी के दिन हर साल हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति आधुनिक रावण को जलाती है। समिति का मानना है कि वर्तमान समय में रावण दहन का संदर्भ भी बदल गया है। आज हमें उस दसमुखी रावण को जलाने की जरूरत है जो कन्या भ्रूण हत्या के लिए जिम्मेवार है।
जिसमें हमारी रूढ़ीवादी सोच, वंश कौन चलायेगा, हमारी संपति का कौन वारिस होगा, बेटा पिण्डदान करेगा तो मुक्ति मिलेगी, बेटा बुढ़ापे का सहारा, बेटी पैदा होगी तो दहेज देना पड़ेगा, बेटी घाटे का सौदा, बेटी पराया धन, बेटीयों को कम आंकना, बेटियों को प्रताड़ित करना ये बुराईयां आज रावण के रूप में विराजमान है। आज हमें इन बुराईयों को जलाने की जरूरत है जो हमारी मानसिकता में घर कर गई है। आज हमें इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है।
आज हमारी बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि हर क्षेत्र में आगे आ रही है। वो अपने मां बाप का बुढ़ापे का सहारा बन रही है। शायद ऐसा कोई ही क्षेत्र हो जहां लड़कियों ने अपना पर्चम न लहराया होगा। लेकिन फिर भी समाज में उनके साथ हर सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक स्तर पर भेदभाव देखा जा सकता है।
बेटियों के साथ छेड़छाड़ व बलात्कार की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जो हमारी पिछड़ी सोच को दर्शता है। हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतिक विजयदशमी के मौके पर आप सब से अपील करती है कि आप सब भी हमारे साथ बेटी बचाओं अभियान में शामिल होकर इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दें।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति राज्य सहसचिव सुनीता बिष्ट, मण्डी के अध्यक्ष ललित शर्मा, जिला सचिव गजेन्द्र शर्मा, कांशी राम, बालम राम, मंजू शर्मा, विनय कुमारी, पूनम कुमारी, रीता देवी, संतोश कुमारी शामिल रहे।