कोटला -स्वयम
चयनित दार्शनिक परामर्शदाता विजय कुमार ने मंगलवार को कोटला मे एक प्रेस वार्ता में बताया कि संयुक्त राष्ट्र और विश्व बैंक के निर्देशानुसार भारत में पहली बार ग्राम स्तर पर दार्शनिक परामर्श की शुरुआत बिना किसी निजी या सार्वजनिक धन से दार्शनिक परामर्श लागू करवाने के लिए कई वर्षों से मेहनत की और राज्य सरकारों को अच्छे ढंग से संयुक्त राष्ट्र के विश्व दर्शन दिवस के हुए घोषणा पत्र दार्शनिक शिक्षा के लिए अवगत कराया ।
उन्होंनेे कहाकि पूरे भारतवर्ष में दर्शनशास्त्र कई विश्वविद्यालयों में पढ़ाया जाता है पर दर्शनशास्त्र विभाग विश्वविद्यालय और कॉलेजों के लिए और कुछ एक राज्य में कुछ एक सीमित स्कूलों पढ़ाया जाता था । और 2018 में दार्शनिक परामर्शदाता विजय कुमार ने पहली बार ग्राम स्तर पर जिला प्रशासन के ध्यान में संयुक्त राष्ट्र की हुई दर्शन शास्त्र के प्रति व्यवहारिक घोषणा के प्रति अवगत कराया ।
वर्ष 2019 मे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दार्शनिक परामर्श अमल में लाने के लिए जिलाधीश कांगड़ा को खत लिखा । और चयनित दार्शनिक परामर्शदाता उपमंडल कोटला से विजय कुमार ने कई वर्ष लगातार मेहनत की और बिना किसी सहायता के या किसी अनुदान सरकारी गैर सरकारी निजी या किसी प्रकार का धन स्वीकार नहीं किया और भारत में ग्राम स्तर पर पहली बार दार्शनिक परामर्श राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कोटला जिला कांगड़ा में प्रधानाचार्य पूनम शर्मा और जिलाधीश कांगड़ा राकेेेेश प्रजापति के सहयोग से लागू करवाया गया ।
स्कूल को निशुल्क सेवा प्रदान की गई और भारतवर्ष में एक बहुत बड़ा उदाहरण था । कि मुख्यमंत्री हिमाचल के लिखित पत्र दार्शनिक परामर्श अमल में लाने के लिए विजय कुमार ने जी जान से मेहनत की दिन-रात कोशिश की और आज दार्शनिक परामर्श बिना निजी और सार्वजनिक धन लिए बिना दार्शनिक परामर्श शुरू करवाया ।
अतः इस महान कार्य के लिए दार्शनिक परामर्शदाता उपमंडल कोटला विजय कुमार ने मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश , जिलाधीश कांगड़ा ,जिला पंचायत अधिकारी व भारत सरकार एवं ग्राम पंचायत कोटला का आभार व्यक्त कियाा है।