नूरपुर- देवांश राजपूत
नूरपुर उपमंडल के तहत चक्की खड्ड में प्रतिबंध के बावजूद अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा। खनन माफिया दिन-रात यहां अवैध खनन कर इस खड्ड की परतें उदेड़ रहा है। हिमाचल व पंजाब का खनन माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन में जुटा है। लेकिन कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही है।
सीमावर्ती इलाके के साथ लगती चक्की खड्ड का उपमंडल नूरपुर के तहत एक हिस्सा हिमाचल में पड़ता है व एक हिस्सा पंजाब राज्य के साथ लगता है। इसमें ज्यादातर हिस्सा हिमाचल में आता है, लेकिन सीमा निर्धारित न होने से यहां असमंजस की स्थिति रहती है।
चक्की खड्ड में दोनों ओर से खनन होता है, जिस कारण इसकी स्थिति बिगड़ी है। अब यहां अवैध खनन को रोकने के लिए नूरपुर में खनन कार्यालय खोला गया था। लेकिन इसके बावजूद यहां अवैध खनन का कारोबार बंद नहीं हो पाया है। खड्ड में यहां जेसीबी की मदद में बड़े स्तर पर अवैध खनन होता है।
वहीं कई ट्रैक्टर वाले भी अवैध खनन में अपना बेलचा चलाते देखे जा सकते हैं। अवैध खनन से यहां चक्की खड्ड का पानी का जमीनी स्तर कम हो रहा है, जिससे सिंचाई व पेयजल योजनाएं प्रभावित हो रही है और उपजाऊ जमीन बंजर बन रही है।
वहीं प्रदेश सरकार को राजस्व की हानि भी हो रही है। चक्की खड्ड में अवैध खनन कर यहां प्रतिदिन हजारों क्यूबिक टन रेत, बजरी व पत्थर आदि निकाले जा रहे हैं। वहीं, कुछ लोग खड्ड किनारे रेत, बजरी का डंप कर उसे बाद में मनमाने दामों पर बेच रहे हैं।
बोले अधिकारी अवैध खनन के खिलाफ विभाग कर रहा कार्रवाई
खनन अधिकारी राजीव कालिया ने बताया खनन विभाग अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है और विभाग ने एक अप्रैल से लेकर 30 जून तक 22 चालान कर करीब तीन लाख 57 हजार रुपये का जुर्माना किया है।