हिमखबर – डेस्क
अवैध खनन की वजह से चक्की खड्ड पर बने रेलवे पुल के बहने के बाद अब पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना पुल भी खतरे की जद में आ गया है।
सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने अस्थायी तौर पर इस सड़क पर बने पुल को बंद कर दिया है। फिलहाल यहां से गुजरने वाले वाहनों को कंडवाल-लोधवां मार्ग पर डायवर्ट कर दिया गया है। कुछ वर्ष पहले ही यहां नया पुल बनाया गया था।
शनिवार देर शाम कांगड़ा और पंजाब के पठानकोट जिला के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त रूप से स्थिति का जायजा लिया।
अफसरों ने पाया कि रेलवे पुल के खंभों के साथ-साथ गहरे गड्ढे बन गए थे। इन्हीं गड्ढों में पानी का बहाव तेज होने के कारण रेलवे पुल बह गया।
जिस तरह के गहरे गड्ढे रेलवे पुल के नीचे पिलरों के पास बन गए थे, वैसे ही गड्ढे सड़क मार्ग पर बने पुल के आसपास भी बन गए हैं।
ऐसे में यदि तेज बहाव के साथ पानी गुजरा तो इस पुल को भी क्षति पहुंच सकती है। पंजाब और हिमाचल को जोड़ने वाले इस पुल से हर समय वाहन गुजरते रहते हैं।
ऐसे में खड्ड में बने अवैध खनन की वजह से बड़े-बड़े गड्ढों के बाद संभावित खतरे को देखते हुए यहां अस्थायी तौर पर वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
यहां से गुजरने वाले वाहनों को हिमाचल प्रदेश और पंजाब दोनों ओर से रोक दिया जा रहा है। इन वाहनों को लोधवां-कंडवाल मार्ग से भेजा जा रहा है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसडीएम नूरपुर अनिल भारद्वाज ने बताया कि खड्ड में पानी का बहाव एक तरफ हो गया है। ऐसे में इस पुल से आवाजाही को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।
एएसपी नूरपुर सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि अब जो भी गाड़ी पंजाब से हिमाचल या हिमाचल से पंजाब जाना चाहेगी, उसे वाया लोधवां भेजा जाएगा।
पठानकोट के डीएसपी राजेंद्र मन्हास ने बताया कि सड़क मार्ग पर बने पुल के दो पिलरों के नीचे पानी का बहाव बढ़ गया है।