ज्वाली – अनिल छांगु
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला की गोविंद सागर झील में क्रूज और शिकार चलने के बाद अब पौंग बांध में भी इस सुविधा को विकसित करने का काम चल रहा है। विभाग के अधिकारियों ने पौंग बांध की विभिन्न साइट्स का निरीक्षण के बाद रिपोर्ट को निदेशालय भेज दिया गया।
शिमला स्थित निदेशालय से इस संदर्भ में टेंडर समेत अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। विभाग ने दावा किया है कि मार्च 2025 तक पौंग बांध में यह सुविधा उपलब्ध करवा दी जाएगी। पौंग बांध से सटे क्षेत्र में पहले से युवा सेवाएं एवं खेल विभाग का क्षेत्रीय जल क्रीड़ा केंद्र चल रहा है।
वहीं अधिसूचित क्षेत्र में क्रूज और शिकारा चलाने की अनुमति भी पौंग बांध प्रबंधन से मिल चुकी है लेकिन, पौंग बांध का क्षेत्र वन्य प्राणी विभाग के अधीन आता है। ऐसे में पौंग बांध में क्रूज और शिकारा की सुविधा शुरू होने पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है। ऐसे में क्रूज और शिकारा की सुविधा के लिए वन्य प्राणी विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। इस एनओसी के लिए पर्यटन विभाग ने संबंधित विभाग में आवेदन कर दिया है।
सीएम सुख्खू ने दिए हैं आदेश
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने को लेकर कई बार सार्वजनिक मंचों से घोषणा कर चुके हैं। इसी कड़ी में गत माह धर्मशाला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई थी, जिसमें जिला प्रशासन और पर्यटन विकास विभाग को पौंग बांध में क्रूज और शिकारा की सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद जिला प्रशासन और पर्यटन विकास विभाग ने काम करना शुरू कर दिया है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय कुमार
जिला पर्यटन विकास अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि पौंग बांध में क्रूज और शिकारा की सुविधा शुरू करने की योजना है। औपचारिकताएं पूरी कर फाइल निदेशालय भेज दी गई है। आगामी प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी. ऐसे में अगर ऐसा होता है तो क्षेत्र में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही स्वरोजगार के मौके भी मिलेंगे।

