हिमखबर डेस्क
गगल हवाई अड्डे पर दिल्ली से एक विमान 71 यात्रियों को लेकर दोपहर बाद साढ़े तीन बजे आ रहा था कि लैंडिंग से पहले पायलट ने एटीसी पर मेडे कॉल की और यह विमान हवाई अड्डे की सुरक्षा दीवार से लगभग 300 मीटर पहले ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
दरअसल, यहां हाल ही में हुए अहमदाबाद विमान हादसे के बाद उपजे हालातों से निपटने के लिए अभ्यास किया गया था। यह एक मॉकड्रिल थी, जो गगल हवाई अड्डा प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा अहमदाबाद विमान हादसे के बाद किसी भी आपदा से निपटने के लिए अभ्यास के तौर पर की जाती है।
उधर, एटीसी ने तुरंत इसकी सूचना निदेशक धीरेंद्र सिंह को दी। उन्होंने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। गगल हवाई अड्डे से फायर ब्रिगेड की गाड़ी एक मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंच गई।
कांगड़ा से फायर ब्रिगेड की गाड़ी 8 मिनट में ओर शाहपुर की की गाड़ी 10 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच गई। एसडीआरएफ की टीम, टांडा हॉस्पिटल, सिटी केयर हॉस्पिटल और फोर्टिज हॉस्पिटल से एंबुलेंस की लगभग 6 गाडिय़ा भी मौके पर पहुंचीं।
इस विमान दुर्घटना में यात्रियों की 55 मृत्यु हो गई और आठ यात्री घायल हो गए। कुछ बॉडी जिनकी शिनाख्त डीएनए के द्वारा की जाएगी। घायलों को उपचार के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज और गगल हवाई अड्डे के साथ बने सिटी केयर अस्पताल में भेजा गया है।
ये रहे उपस्थित
मॉकड्रिल में जिला प्रशाशन से एसडीएम कांगडा इशांत जसवाल,पुलिस प्रशाशन से डीएसपी कांगडा अंकित शर्मा,पुलिस प्रशाशन और विमानपत्तन प्राधिकरण सिविल हवाई अड्डा गगल के सभी अधिकारी मौजूद थे।