शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का नया प्रदेशाध्यक्ष शीघ्र ही नियुक्त किया जाएगा। केंद्रीय नेतृत्व ने इस प्रक्रिया को तेज कर दिया है और आगामी दिनों में पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक प्रदेश का दौरा करेंगे। संभावना है कि 15 जनवरी के बाद नए प्रदेशाध्यक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है।
राज्य में भाजपा के संगठनात्मक चुनाव अंतिम चरण में हैं। अब केवल 30 मंडलों और एक जिला अध्यक्ष का चुनाव शेष है। इन चुनावों के पूरा होने के बाद नए प्रदेशाध्यक्ष की घोषणा होने की उम्मीद है। केंद्रीय नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है।
बड़े नेताओं के नाम चर्चा में
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के पद के लिए कई बड़े नाम चर्चा में हैं। इनमें राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार और इंदु गोस्वामी, लोकसभा सांसद राजीव भारद्वाज के साथ-साथ कई विधायकों के नाम शामिल हैं। प्रमुख विधायकों में जसवां परागपुर से विक्रम ठाकुर, बिलासपुर सदर से त्रिलोक जम्वाल, सुलह से विपिन परमार, ऊना से सतपाल सत्ती जैसे नेता प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं।
त्रिलोक जम्वाल मजबूत दावेदार
बिलासपुर सदर से विधायक त्रिलोक जम्वाल को इस पद का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। लंबे समय तक भाजपा संगठन से जुड़े रहे जम्वाल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के करीबी माने जाते हैं। पहली बार विधायक बने जम्वाल नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं।
महिला नेतृत्व की संभावना
यदि भाजपा नेतृत्व महिला को प्रदेशाध्यक्ष बनाना चाहे तो राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हो सकती हैं। कांगड़ा जिले के बैजनाथ क्षेत्र से संबंध रखने वाली इंदु गोस्वामी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की करीबी मानी जाती हैं। कांगड़ा हिमाचल का सबसे बड़ा और राजनीतिक दृष्टि से अहम जिला है जिससे उनकी दावेदारी और मजबूत होती है।
अन्य प्रमुख नामों की चर्चा
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और सुलह के विधायक विपिन परमार भी इस दौड़ में प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं। उनके पास संगठनात्मक अनुभव है और उनकी राजनीतिक दृष्टि संतुलित मानी जाती है। जो केंद्रीय नेतृत्व को प्रभावित कर सकती है। ऊना से विधायक सतपाल सत्ती, जो 2012 से 2020 तक लगातार तीन बार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं, का नाम भी चर्चा में है। उनके नेतृत्व में भाजपा ने कई महत्वपूर्ण चुनावों में सफलता हासिल की थी।
इसके अलावा जसवां-परागपुर से विधायक बिक्रम सिंह भी संभावित उम्मीदवारों में शामिल हैं। यदि भाजपा अनुसूचित जाति वर्ग से प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लेती है तो राज्यसभा सांसद डॉ. सिकंदर कुमार इस पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार होंगे।
राजीव बिंदल को दोबारा मौका?
वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल भी इस दौड़ में बने हुए हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा ने चारों लोकसभा सीटें जीती थीं। हालांकि हाल के विधानसभा उपचुनावों में पार्टी का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा।
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर होगा चयन
हिमाचल प्रदेश में भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर की जाएगी। पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व ऐसे नेता को चुनना चाहता है, जो संगठन को मजबूती प्रदान कर सके और सभी वर्गों को साथ लेकर चल सके।
केंद्रीय नेतृत्व करेगा अंतिम निर्णय
भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरी तरह से केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर होगी। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में रायशुमारी का काम जल्द शुरू होगा।
अगले विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाएगा नया अध्यक्ष
प्रदेश में भाजपा के लिए नया अध्यक्ष चुनना बेहद अहम है। हिमाचल में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए यह नियुक्ति बेहद अहम रहेगी भाजपा नेतृत्व का लक्ष्य हिमाचल में संगठन को सुदृढ़ करना और आगामी विस चुनावों में बेहतरीन प्रदर्शन सुनिश्चित करना है।

