अमित राणा का चयन IPL 2025 में अंपायर के रूप में हुआ, अमित राणा की सफलता हिमाचल के युवाओं के लिए प्रेरणा है, अमित राणा पेशे से वकील हैं और क्रिकेट के प्रति जुनूनी हैं।
देहरा – शिव गुलेरिया
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के देहरा निवासी अमित राणा ने क्रिकेट की दुनिया में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के राष्ट्रीय अंपायर अमित राणा का चयन इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में अंपायर के रूप में हुआ है।
इस खबर से देहरा और पूरे हिमाचल प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ गई है। अमित राणा की इस सफलता को क्रिकेट जगत में बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। हिमाचल से बहुत कम अंपायर इस स्तर तक पहुंचे हैं, इसलिए यह पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है। अब हिमाचल के लोग बेसब्री से उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब अमित आईपीएल के मैदान में अंपायरिंग करते नजर आएंगे।
पेशे से वकील अमित राणा का क्रिकेट के प्रति जुनून बचपन से रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में की थी, लेकिन बाद में अंपायरिंग को अपनी पहचान बना लिया। अमित BCCI के राष्ट्रीय अंपायर के रूप में प्रथम श्रेणी और लिस्ट-ए मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं। उनके बेहतरीन फैसलों और क्रिकेट नियमों की गहरी समझ ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया।
अमित राणा की यह उपलब्धि हिमाचल प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा है। क्रिकेट से जुड़े युवा अब समझ सकते हैं कि यह खेल सिर्फ खेलने तक सीमित नहीं है, बल्कि अंपायरिंग, कोचिंग और अन्य तकनीकी क्षेत्रों में भी करियर की संभावनाएं हैं। अब हिमाचल के खेल प्रेमी उस ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रहे हैं जब अमित राणा आईपीएल 2025 में अंपायरिंग करते नजर आएंगे और राज्य का नाम रोशन करेंगे।
गांव से लेकर पूरे हिमाचल में जश्न का माहौल
अमित राणा के आईपीएल में चयन की खबर मिलते ही उनके परिवार, दोस्तों और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। लोग इसे हिमाचल के लिए गर्व का पल मान रहे हैं। उनके करीबी बताते हैं कि अमित हमेशा से क्रिकेट के प्रति समर्पित रहे हैं और उनकी मेहनत का ही नतीजा है कि आज वे इतने बड़े मंच तक पहुंचे हैं। स्थानीय क्रिकेट प्रेमियों का कहना है कि अमित की यह उपलब्धि हिमाचल के अन्य अंपायर्स और क्रिकेट से जुड़े युवाओं के लिए प्रेरणादायक साबित होगी।
मेरे लिए गर्व का पलः अमित राणा
आईपीएल में अंपायर के रूप में चयन होने पर अमित राणा ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व और सम्मान का क्षण है। क्रिकेट हमेशा से मेरा जुनून रहा है और अब आईपीएल जैसे बड़े मंच पर अंपायरिंग करने का अवसर मिलना मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने कहा कि “मैं पूरी ईमानदारी और निष्ठा से इस नई जिम्मेदारी को निभाऊंगा।”
उन्होंने कहा कि उनके प्रेरणास्रोत हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर हैं। साथ ही, उन्होंने हिमाचल के युवाओं से अपील की कि क्रिकेट में करियर बनाने की अपार संभावनाएं हैं, इसलिए केवल खिलाड़ी बनने की सोच तक सीमित न रहें। अंपायरिंग, कोचिंग, फिजियोथेरेपी, और अन्य क्षेत्रों में भी अवसर उपलब्ध हैं।
क्रिकेट खेलते-खेलते बने अंपायर
अमित राणा ने बताया कि वे खुद क्रिकेट खेलते थे, लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, उन्होंने क्रिकेट से जुड़े रहने के लिए अंपायरिंग को करियर के रूप में चुना। कड़ी मेहनत और लगन से उन्होंने पहले BCCI के राष्ट्रीय अंपायर के रूप में पहचान बनाई और अब उन्हें आईपीएल में अंपायरिंग का अवसर मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके इस सफर में मां बगलामुखी जी का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहा है।