कुछ शब्दों के साथ शुरू करना चाहता हु , न तो हम कोई कवि है ना कोई नेता है , हम एक आम नागरिक है ओर जो भी बोलना चाहते है वो जनता की आवाज़ है ,
आज दिल किया कुछ अपने नेता जी के बारे में कंहू. जहन में तो कई दिनों से था मगर हम ऐसा लिखते तो कुछ लोग ये समझ बैठते की हम राजनितिक हिस्सा है , लेकिन कुछ बुद्धिजीवियों की बजह से रहा नहीं गया ओर अपने अल्फ़ाज़ बाहर निकाल दिए l
जो भी पिया है पहाड़ो को तोड़ कर पिया है, ऐ सागर तेरी एक बूँद का भी मुझ पर एहसान नहीं .
जी मैं बात कर रहा हूँ अपने शाहपुर जनता के प्रति निष्ठावान लोकप्रिय नेता केवल सिंह पठानियाँ के बारे में, मैं उनके बारे में जितना कंहू शब्द कम ही पड़ जाते है। नेतागिरी करने की क्षमता एक गुण है। जो कुछ ही लोगों के अन्दर देखी जा सकती है ।
कुछ लोगों को यह विरासत में मिलती है जबकि कुछ इसे समय की अवधि के साथ प्राप्त करते हैं, उसका एक उदहारण हमारे प्रिय नेता श्री केवल सिंह पठानियाँ जी है l
मैंने अपने जीवन काल में अपनी जनता के प्रति इतना निष्ठावान नेता नहीं देखा। शाहपुर हल्के की बात करू तो, अगर उस पर कोई भी विपत्ति आयी है तो, हमारे नेता जी ने ना दिन देखा ना रात और लोगो की सेवा में लग गए l
अभी हाल ही में हमारे शाहपुर के बोह में त्रासदी हुई, जान ओर माल का अधिक नुकसान हुआ , तो यही नेता जी थे, जो सबसे पहले पैदल ही घटनास्थल पर पहुंच गए। पर कुछ सामाजिक प्रेमि इसमें भी राजनीति को बीच में ले कर आये।
में उन से एक ही बात कहना चाहूंगा की जनाव पैदल वो ही चलता है जिसको अपनों से प्यार हो और अपनों की फिक्र हो दफ्तर या घरों के कमरों में A / C के निचे तो बातें सब कर लेते है l
ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि शाहपुर हल्के में चौमुखी विकास हुआ है। वो हमारे प्रिय नेता की ही देन है l
अंत में भगवान् से यही प्रार्थना करता हूँ की हमारे प्रिय नेता को हिम्मत दें ओर वो सफलताओं को छूते रहे l
जारीकर्ता
भगत सिंह युवा क्लब, दरगेला