जिलाधीश कार्यालय के बाहर चल रही एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं की भूख हड़ताल को कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी गुरकीरत कोटली व पूर्व मंत्री जीएस बाली ने छात्रों को जूस पिलाकर तुड़वा दिया। इस मौेके पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार तानाशाह रवैया अपनाए हुए है।
काँगड़ा, राजीव जस्वाल
जिलाधीश कार्यालय के बाहर चल रही एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं की भूख हड़ताल को कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी गुरकीरत कोटली व पूर्व मंत्री जीएस बाली ने छात्रों को जूस पिलाकर तुड़वा दिया। इस मौेके पर उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकार तानाशाह रवैया अपनाए हुए है। छात्रों के साथ प्रदेश की भाजपा सरकार अन्याय कर रही है। एनएसयूआइ की मांगों के समर्थन में युवा कांग्रेस भी इसमें उतरी थी। जीएस बाली भी यहां एनएसयूआइ व युवा कांग्रेस का हौसला बढ़ा चुके हैं। आज इस भूख हड़ताल को खत्म कर दिया है। जबकि आगामी समय में मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास के घेराव की चेतावनी दी है।
जिला कांगड़ा एनएसयूआइ अध्यक्ष पुनीत के मुताबिक पिछले काफी समय से सरकार से मांग कर रहे हैं कि कालेज छात्र-छात्राओं को प्रमोट किया जाए। लेकिन सरकार इस पर अमल नहीं कर रही है। एनएसयूआइ ने मांग की है कि प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाए। इसी के चलते भूख हड़ताल पर बैठे थे। कांग्रेस सह प्रभारी गुरकीरत कोटली व पूर्व मंत्री जीएस बाली ने जूस पिलाकर भूख हड़ताल तुड़वा दी है, जबकि मांगों को लेकर संघर्ष जारी रहेगा। मुख्यमंत्री के आवास का घेराव किया जाएगा।
उन्होंने कहा ऑफलाइन परीक्षा का फैसला गलत है। जब कक्षाएं ऑनलाइन हुई हैं तो परीक्षा भी ऑनलाइन होनी चाहिए। प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया जाए। अंतिम वर्ष के छात्रों को भी प्रमोट किया जाए। यदि अंतिम वर्ष के छात्र प्रमोट नहीं किए जा सकते हैं, तो उनकी परीक्षा ऑनलाइन ली जाए। छात्र-छात्राओं की जिंदगी से खिलवाड़ न किया जाए।